देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से काफी अलग है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण इसे भी कहा जा सकता है कि इस बार पहाड़ पर रहने वाले भी संक्रमण से बच ना सके। ताजा आंकड़ों के अनुसार मैदानी क्षेत्रों के मुकाबले पहाड़ ज्यादा संक्रमित हैं। पिछले सात दिनों में चार पहाड़ी जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा दर्ज किया गया है। जिसमें पौड़ी का स्थान सबसे ऊपर है।
पिछले एक हफ्ते के लिहाज से बात की जाए तो आंकड़े मैदानी क्षेत्र जैसे देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिलों को राहत देने वाले हैं। यहां जांच ज्यादा संख्या में हो रही है मगर मामले कम है। इसका साफ मतलब है कि आसार अच्छे हैं। सात दिनों में 13 जिलों में 2.47 लाख जांचों में से 14819 मरीज संक्रमित मिले। जिसमें सबसे ज्यादा संक्रमण दर पौड़ी (10.54) और सबसे कम संक्रमण दर हरिद्वार (2.91) में दर्ज किया गया है।
पर्वतीय जिलों में मैदान की तुलना में सैंपल जांच कम हो रही है और संक्रमित मामले ज्यादा मिल रहे हैं। इस लिहाज से चिंता अभी भी बनी हुई है। सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का मानना है कि पहाड़ों में कोविड जांच बढ़ेंगी तो ही फायदा होगा। पर्वतीय क्षेत्रों में जांच कम होने के बाद भी संक्रमित मामले अधिक मिल रहे हैं।
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जिले वार संक्रमण दर की स्थिति (पिछले सात दिन)
जिला — सैंपल जांच — संक्रमित मामले — संक्रमण दर (प्रतिशत)
पौड़ी — 8010 — 939 — 10.54
अल्मोड़ा — 8968 — 926 — 10.33
पिथौरागढ़ — 11021 — 1131 — 10.26
चमोली — 11013 — 1122 — 10.1
नैनीताल — 17165 1502 — 8.75
टिहरी — 10343 — 887 — 8.58
रुद्रप्रयाग — 7564 — 632 — 8.36
उत्तरकाशी — 9824 — 573 — 5.83
देहरादून — 49288 — 2638 — 5.35
ऊधमसिंह नगर — 42387 — 2175 — 5.13
चंपावत — 5962 — 285 — 4.78
बागेश्वर — 10093 — 403 — 3.99
हरिद्वार — 55100 — 1606 — 2.91
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