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कर्फ्यू में दिल्ली से देवभूमि पहुंच गई युवती,पुलिस ने रोका तो कहा तप्तकुंड से अमृत लेने आई हूं,पढ़ें रोचक कहानी

कर्फ्यू में दिल्ली से देवभूमि पहुंच गई युवती,पुलिस ने रोका तो कहा तप्तकुंड से अमृत लेने आई हूं,पढ़ें रोचक कहानी

रुद्रप्रयाग: हमारे प्रदेश को देवभूमि सिर्फ इतिहास के कारण नहीं कहा जाता। यहां की शक्तियां भी इस नाम को हमेशा सिद्ध करती हैं। यहां के कोने कोने में देवों का वास हैं। यही वजह है कि सारी दुनिया सुकून और दैवीय शरण को खोजती हुई हमेशा उत्तराखंड में आ पहुंचती है। इस बार फिर एक चमत्कार घटित हुआ है। दिल्ली से एक महिला गौरीकुंड स्थित तप्तकुंड का जल लेने के लिए रुद्रप्रयाग पहुंच गई। क्योंकि इस जल से उसके पिता एक कैंसर ठीक हो रहा है।

उत्तर प्रदेश देवरिया निवासी खुशबू जायसवाल के पिता इस वक्त कैंसर जैस खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में वे अपना इलाज दिल्ली एम्स में करा रहे हैं। बेटियां पिता के दिल के कितना करीब होती हैं, ये हर कोई जानता हैं। अपने पिता को जिंदगी और मौत से लड़ते देख, बेटियां असंभव को संभव करने का भी साहस रखती हैं। ऐसा ही साहस दिखाने, चमत्कार को खोजते खोजते खुशबू जायसवाल उत्तराखंड आ पहुंची।

हुआ ये कि खुशबू जायसवाल को हाल ही में एक रिश्तेदार ने उसके पिता को तप्तकुंड का जल पीने के लिए दिया था। यह उम्मीद थी कि जल से पिता को फायदा होगा। अब इस जल के सेवन से पिता का कैंसर लेवल तो चमत्कारी ढंग से घट गया। कैंसर लेवल 36 प्रतिशत से घटकर एक प्रतिशत पर आ गया। इस चमत्कार को जारी रखने के लिए ही खुशबू जायसवाल कोरोना कर्फ्यू के बीच भी उत्तराखंड के लिए निकल पड़ी।

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हालांकि उन्हें रास्ते में पुलिसकर्मियों का सामना करना पड़ा। युवती को दिल्ली से आते वक्त बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया था। युवती केदारनाथ जाने की जिद कर रही थी। जब युवती ने अपने पिता और तप्तकुंड के चमत्कारी जल के बारे में बताया तो वरिष्ठ उप निरीक्षक विजेंद्र सिंह कुमांई ने युवती को मौके पर ही जल उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया।

उन्होंने फौरन गौरीकुंड चौकी प्रभारी योगेश कुमार से बात की। फिर वहां से तप्तकुंड का जल एक बोतल में मंगवाया गया। जल मौके पर लाया गया और इसे युवती के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद युवती दिल्ली के लिए रवाना हो गई। लिहाजा ये उत्तराखंड यानी देवभूमि की चमत्कारिक शक्तियां ही हैं, जो लोगों को इतनी आस्था में डूबा हुआ रखती हैं। साथ ही गंभीर से गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को ठीक करने का दम रखती हैं।

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