नैनीताल: बीते दिन विवि प्रशासनिक भवन में संपन्न हुई विद्या परिषद की बैठक में विषम सेमेस्टरों के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने के संबंध में चर्चा हुई तथा बैठक में तय मानतों पर मुहर भी लग गई। इसके अलावा ये भी तय हुआ कि वार्षिक पद्धति और यूजी, पीजी व व्यावसायिक कोर्स सम सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर-अक्टूबर में होंगी।
कुलपति प्रो एनके जोशी की अध्यक्षता में हुआ इस बैठक में विवि में बीटेक पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया। बीएएलएलबी कोर्स भी डॉ राजेंद्र प्रसाद लॉ कॉलेज में शुरू करने पर चर्चा हुई। प्रस्तावित नैक ग्रेडिंग की तैयारियों के लिए समिति का गठन किया जा रहा है।
18 मार्च से स्थगित विवि की विषम सेमेस्टर परीक्षाओं से संबंधित परीक्षार्थियों का परीक्षाफल निम्न मानकों के आधार पर घोषित होगा :-
1. प्रथम सेमेस्टर को छोड़ अंतरिम विषम सेमेस्टर में जिनके द्वारा विद्यार्थियों द्वारा कुछ विषयों की लिखित परीक्षायें दी हैं, उन्हें बाह्य लिखित परीक्षा में मूल्यांकन के उपरान्त अर्जित अंक ही प्रदान किये जायेंगे।
2. इंटरनल असेसमेंट में पाए अंकों को भी यथावत प्रदान किया जायेगा।
3. जिन विषयों की प्रयोगात्मक- मौखिकी परीक्षाएं हो चुकी हैं, उनमें अर्जित अंकों को प्रदान किया जायेगा।
4. परीक्षाएं नहीं होने के केस में उस विषय में 50 प्रतिशत अधिमान अंक आंतरिक मूल्यांकन में अर्जित अंकों के आधार पर, 50 प्रतिशत पूर्व सेमेस्टरों में अर्जित कुल अंकों के योग के आधार दिए जाएंगे।
5. प्रायोगिक, मौखिक परीक्षाएं नहीं हुई तो सेमेस्टरों में प्रयोगात्मक प्रायोगिकी-मौखिकी परीक्षा के अंकों के आधार पर नंबर मिलेंगे।
6. अंतरिम विषम सेमेस्टर में किसी विषय की बैक परीक्षा (परीक्षा दिनांक 17 अप्रैल तक तक कराई जा चुकी) के मामले में उस विषय- प्रश्नपत्र में विवि द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त परीक्षार्थी द्वारा अर्जित अंकों को ही प्रदान किया जायेगा।
7. प्रथम सेमेस्टर में जिन विद्यार्थियों ने कुछ विषय की परीक्षा दी हैं, उन्हें बाह्य लिखित परीक्षा के आधार पर अंक मिलेंगे।
8. मौखिकी परीक्षा के अर्जित अंकों को यथावत प्रदान किया जायेगा।
9. कोरोना की वजह से टली सभी परीक्षाओं में 50 प्रतिशत अधिमान अंक आंतरिक मूल्यांकन में अर्जित अंकों के आधार पर, 30 प्रतिशत अधिमान अंक वर्तमान सेमेस्टर की लिखित परीक्षाओं में अर्जित अंकों के योग के आधार पर, 20 प्रतिशत पूर्व उत्तीर्ण परीक्षा स्नातक हेतु इंटर एवं स्नातकोत्तर हेतु स्नातक परीक्षा अंक देय होंगे।
10. विषम सेमेस्टर की कोई भी परीक्षा नहीं दी तो 30 प्रतिशत अधिमान अंक उस परिसर-महाविद्यालय संस्थान के सम्बन्धित कक्षा के लिखित परीक्षाओं के अंकों के औसत के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
11. व्यावसायिक विषय के ऐसे विद्यार्थियों,जिन्होंने वर्तमान विषम सेमेस्टर की कोई भी परीक्षा नहीं दी, उन्हें 30 प्रतिशत अधिमान हेतु एक अतिरिक्त आंतरिक मूल्यांकन ऑनलाईन माध्यम से पूर्ण कराकर उसके आधार पर अंक आवंटित किये जायेंगे।
12. नियामक संस्था से संचालित होने वाले विषयों की परीक्षा व परीक्षाफल के संबंध में संबंधित नियामक संस्था के निर्धारित नियम प्रभावी होंगे। जिन छात्रों ने आवेदन भरा है, उन्हीं का परीक्षाफल तय मानकों के अनुसार घोषित किया जाएगा।
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