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नैनीताल में बोले शिक्षा मंत्री,क्वालिटी एजुकेशन को नैक मूल्यांकन जरूरी

नैनीताल: सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गुरुवार को यूजीसी मानव संसाधन विकास केन्द्र में कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल के तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय नैक प्रत्यायन प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया।

नैक कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्नातकोत्तर स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू कर दिया गया है और शीघ्र ही इसे परास्नातक स्तर पर भी लागू रक दिया जाएगा, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिए गए हैं। विभागीय मंत्री ने कहा कि सूबे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये प्रत्येक निजी एवं राजकीय उच्च शिक्षण संस्थानों को नैक मूल्यांकन कराना जरूरी है। इसके लिये नैक कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है ताकि नैक मूल्यांकन कराने में शिक्षण संस्थानों को दिक्कत न हो।

ई-ग्रन्थालय से नहीं होगी किताबों की कमी

डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सूबे के प्रत्येक राजकीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को ई-ग्रन्थालय से जोड़ दिया गया है। इससे अब किसी भी शिक्षण संस्थान में किताबों की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ई-ग्रन्थालय में 20 लाख से अधिक पुस्तकें ऑनलाइन उपलब्ध है जिसका फायदा शिक्षकों से लेकर छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों कक अवश्य मिलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा जहॉ पर प्रत्येक छात्र डीजी लॉकर के माध्यम से अपने मोबाइल से अपनी डिग्री प्राप्त कर सकता है, अब बच्चों को अपने शैक्षिक दस्तावेज के लिये कॉलेज के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

विभागीय मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में एक प्रवेश, एक परीक्षा, एक परिणाम, एक दीक्षांत और एक चुनाव का मॉडल लागू किया जायेगा। इससे पठन पाठन में छात्रों को सहूलियत होगी।राजकीय महाविद्यालयों में रिक्त पड़े पदों को शतप्रतिशत भरने की बात भी उच्च शिक्षा मंत्री ने कही।

इस अवसर पर रावत व विधायक श्रीमती सरिता आर्या, अपर सचिव उच्च शिक्षा प्रशान्त आर्या, कुमाऊँ विश्विद्यालय कुलपति एनके जोशी,कुलपति विश्वविद्यालय सोबन सिंह जीना प्रो0 जगत सिंह बिष्ट, मुक्त विश्वविद्यालय कुलपति प्रो0 ओपीएस नेगी,निदेशक उच्च शिक्षा प्रो0 जगदीश प्रसाद, नैक प्रतिनिधि नीलेश पाण्डे, नैक के विषेज्ञ श्याम सिंह, प्रो इन्दू पाठक, कुलसचिव दिनेश चन्द्र सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

युवाओं से की एक विशेष अपील

शिक्षा मंत्री डॉ धनसिंह रावत ने गुरूवार को एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान शिक्षा विभाग के विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित नशा मुक्ति से बचाव हेतु जनजागरूकता अभियान रैली में प्रतिभाग कर रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुए नशे के दुष्प्रभाव से बचने हेतु शपथ दिलाई।

डॉ. रावत ने कहा नशा मुक्त जनजागरूकता रैली का उद्देश्य न की केवल जन-साधारण को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है बल्कि नशे के खिलाफ जन आन्दोलन का रूप देना है ताकि नशे के खिलाफ प्रत्येक नागरिक जुड़ कर अपना योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में नशे को पूर्णतया अंकुश लगाना होगा। उन्होंने भावी पीढ़ी को नशे के लत से दूर रहने की अपील की है।

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