नैनीताल: शहर की अपेक्षा गांव में मोबाइल चलाना कठिन है। दिक्कतें नेटवर्क की हैं। दरअसल गांवों में अधिकतर नेटवर्क की कमी रहती ही है। हालांकि अब तो फिर भी गांव गांव तक इंटरनेट आदि नेटवर्क पहुंच रहे हैं। मगर कुछ जगह अब भी इन सुविधाओं से वंचित रह गई हैं। इन्हीं में से कुछ हैं नैनीताल जिला मुख्यालय से सटे करीब एक दर्जन गांव। अब जियो की तरफ से यहां के लोगों को तोहफा मिलने जा रहा है।
जी हां, अब इन गांवों में नेटवर्क की समस्या के समाधान के साथ साथ 4जी इंटरनेट सुविधा भी मिलेगी। रिलायंस जियो की ही ओर से खुर्पाताल न्याय पंचायत के खांणी तोक में टॉवर लगाने का काम किया जा रहा है। जो कि फाइनल चरण में जा पहुंचा है। बता दें कि नारायण नगर में तो पिछले साल ही रिलायंस जियो ने टॉवर लगाकर लोगों की दिक्कतें दूर की थी।
विधानसभा चुनावों में ये नेटवर्क और इंटरनेट का गांव तक पहुंचना भी बड़ा मुद्दा रहा था। लोकसभा चुनाव 2017 के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में बारापत्थर की तलहटी में स्थित बस्ती नारायण नगर की आबादी ने चुनाव बहिष्कार तक कि चेतावनी दी थी। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, विधायक संजीव आर्य ने फिर सार्वजनिक मंच से मोबाइल टॉवर लगाने के बाद ही वोट मांगने आने की घोषणा की थी।
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बहरहाल अब समस्या दूर होने जा रही है। ग्रामीणों को अब मोबाइल का इस्तेमाल करना रास आएगा। अब मोबाइल सिर्फ एक खिलौना मात्र नहीं रहेगा। इसके अलावा गांव वालों को फोन करके ऊंचे स्थानों पर जाना पड़ता था, उसकी भी अब कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। लाजमी है कि कोरोना काल में ठप पड़ी बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई पर भी इसका अच्छा असर पड़ेगा।
आपको बता दें कि कालाढूंगी रोड पर मंगोली के आसपास बजून, नलिनी, दूरस्थ अधोड़ा, सारी, फगुनियाखेत, जलालगांव, गैरीखेत सोनधार, आदि ग्राम सभाओं में ग्रामीण दशकों से मोबाइल सिंग्नल की समस्या से परेशान हैं। इधर, रोखड़ के प्रधान योगेश्वर जीना कहते हैं, सिंग्नल समस्या से यहां मोबाइल खिलौना बन गए हैं। बहरहाल अब आधा दर्जन गांवों में दिक्कतें दूर हो जाएंगी। इसके अलावा विधायक संजीव आर्य ने बताया कि जल्द क्षेत्र के आधा दर्जन ग्राम सभाओं की मांग पूरी हो जाएगी।
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