नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम पूरे देश में अच्छे ढंग से संचालित किया जा रहा है। नेता, सेलेब्रिटी और अधिकारीगण, हर कोई कोराना का टीका लगवा रहा है। साथ ही आमजन से अपील की जा रही है कि इसका कोई भी दुषप्रभाव नहीं है। मगर इसी बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर आई है। पटना के एक छात्र की वैक्सीन लगने के बाद भी कोरोना से मौत हो गई।
पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे फाइनल ईयर के शुभेंदु सुमन की बेगुसराय में मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी मौत कोरोना के कारण हुई है। 23 साल के शुभेंदु सुमन की मौत से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने मात्र 22 दिनों पहले ही कोवैक्सीन का पहला टीका लगवाया था।
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शुभेंदु सुमन ने फरवरी के पहले हफ्ते में कोरोना का टीका लगवाया था। मगर उसके बावजूद वह 25 फरवरी को हुई जांच में कोरोना संक्रमित पाए गए। जिसके बाद वह अपने घर बेगुसराय आ गए। फिर उन्हें 27 फरवरी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
मीडिया के मुताबिक इस मेडिकल कॉलेज में अब तक 15 छात्र पॉजिटिव आ चुके हैं और इनमें से बहुत सारे छात्रों ने कुछ हफ्ते पहले ही वैक्सीन की पहली डोज ली थी। वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना से मौत होने के कारण हड़कंप मच गया है। खबरों से हर राज्य में भय का प्रसार हो रहा है। लिहाज़ा अब इस मेडिकल कॉलेज के सभी छात्रों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है।
थोड़ा पीछे जाएं तो 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू किया गया है। पहले चरण में लाखों हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया था। एक मार्च से शुरू हुए दूसरे चरण में 60 से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 से ऊपर की उम्र के लोगों को टीका लगाया जाएगा।
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