नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां रविवार को गंगा में विसर्जित कर दी गईं. हरिद्वार के हर की पौड़ी घाट पर अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में उनकी दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य ने अस्थियों को गंगा मेें प्रवाहित किया. इस दौरान अटल जी का परिवार, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे. इससे पहले उनकी अस्थि कलश यात्रा हरिद्वार में निकाली गई. इसमें पूरे रास्ते उन पर फूल बरसाए गए और ‘अटल जी अमर’ रहें जैसे नारे लगाए गए.
अटल जी अस्थ्िा कलश यात्रा और अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत हजारों लोग मौजूद रहे. रविवार सुबह दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल से उनकी दत्तक पुत्री नमिता ने उनकी अस्थियां एकत्र की थीं.
उनकी अस्थियों को पहले हरिद्वार के पन्ना लाल भल्ला म्यूनिसिपल इंटर कॉलेज में रखा गया था. वहां से अस्थि कलश यात्रा निकालकर उनके अस्थि कलश को प्रेम आश्रम ले जाया गया. वहां से उसे हर की पौड़ी पर ले जाकर गंगा में विसर्जित किया गया.
अटल जी की अस्थियां देश की कई नदियों में विसर्जित की जाएंगी और इसकी शुरुआत रविवार को हरिद्वार में गंगा नदी में उनकी अस्थियों के विसर्जन के साथ हो गई.
स्वतंत्र भारत के करिश्माई नेताओं में शामिल वाजपेयी जी का निधन गुरुवार को 93 वर्ष की उम्र में हो गया था. नई दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था.
पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी जी के लिए 20 अगस्त को दिल्ली में एक सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा और इसी तरह की एक और सभा का आयोजन 23 अगस्त को लखनऊ में होगा. लखनऊ की सभा में गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा वाजपेयी के रिश्तेदार भी शामिल होंगे.