जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश के मुजफफरनगर निवासी वीर सैनिक प्रशांत शर्मा आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। शहादत की खबर मिलते ही पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके घर पर सैन्य गाड़ी द्वारा लाया गया। शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए और सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी गई।
शहीद प्रशांत शर्मा के परिवार को प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपए की धनराशि दी और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। साथ ही यह घोषणा की गई की मुजफ्फरनगर की एक सड़क का नाम शहीद सैनिक प्रशांत शर्मा के नाम से रखा जाएगा।
आपको बता दें शहीद वीर प्रशांत की उम्र सिर्फ 23 वर्ष की थी और दिसंबर में उनकी शादी होने वाली थी। घर परिवार में शादी की तैयारी चल रही थी तथा खुशी माहौल था। लेकिन शहादत की खबर ने खुशी के माहौल को गम में बदल दिया परिवार में सबका रो-रो कर बुरा हाल है।
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वीर प्रशांत शर्मा 2015 में स्पोर्ट्स कोटे से सेना में भर्ती हुए थे और राष्ट्रीय राइफल की 50वीं बटालियन में सिपाही के पद पर तैनात थे। प्रशांत शर्मा की पोस्टिंग जम्मू के पुलवामा में थी और शुक्रवार की आधी रात को आतंकियों के एनकाउंटर के समय प्रशांत शहीद हो गए।