नई दिल्ली: देश में नेताओं और विशेषतौर पर मुख्यमंत्रियों की चर्चा हो और उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath) का नाम ना लिया जाए, ऐसा कम ही होता है। सीएम योगी के निर्णय अलग होते हैं और तभी वो चर्चा का विषय भी बनते हैं। सीएम योगी का एक नया कदम (CM Yogi Big Decision) लिया है, जिसके आधार पर ये कहा जा सकता है कि प्रदेश के स्कूली बच्चों को मुगलों के इतिहास से दूर रखा जाएगा।
योगी सरकार ने (11th and 12th class new session) शैक्षिक सत्र 2023-24 को लेकर 12वीं के पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया है। 12वीं कक्षा अब मुगल चैप्टर (Mughal Chapter removed from syllabus) नहीं पढ़ेगी। 11वीं के सिलेबस से भी कुछ पाठ हटाए गए हैं। इंटरमीडिएट में पढ़ाई जाने वाली इतिहास की किताब में ‘भारतीय इतिहास के कुछ विषय-द्वितीय’ से शासक और मुगल दरबार को हटा दिया गया है।
वहीं, कक्षा 11वीं में से इस्लाम का उदय, संस्कृतियों में टकराव का चैप्टर हटाया गया है और औद्योगिक क्रांति पाठ भी हटाए गए हैं। इतना ही नहीं 10वीं की लोकतांत्रिक राजनीति 2 की किताब से लोकतंत्र और विविधता, जनसंघर्ष और आंदोलन, लोकतंत्र की चुनौतियां के चैप्टर भी हटाए गए हैं। यूपी के डिप्टी सीएम (UP Deputy CM Statement on Decision) का कहना है कि ये चुनावी कदम नहीं है। इतिहास के बारे में जो ऊल-जलूल बच्चों को पढ़ाया गया, उसको बदलने की जरूरत है। इसलिए यह फैसला लिया गया है।