नई दिल्ली: केरल में एक हैरानीभरी घटना सामने आई है। कैंसर से पीडित महिला की मौत के बाद पति उसे टैक्सी की डिग्गी में डालकर ले जा रहा था। चैकिंग के दौरान वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पति ने जो पुलिस को बताया उसने सभी को हैरान और शर्मसार किया। मृतका के पति ने पुलिस को बताया कि एंबुलेंस ऑपरेटर ने उससे 45000 रुपए किराया मांगा था। लेकिन, पैसे नहीं होने की वजह से उसे पत्नी के शव को लेकर टैक्सी से आना पड़ा। वहीं, केरल के मेडिकल प्रशासन ने एंबुलेंस के लिए अर्जी नहीं दिए जाने का दावा किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खबर के अनुसार महाराष्ट्र की रहने वाली महिला चंद्रकला (45) का केरल में कैंसर का इलाज चल रहा था। इसी बीच 15 मार्च को महिला का निधन हो गया। पति अंतिम संस्कार महाराष्ट्र में ही करना चाहता था। ऐसे में उसने शव को महाराष्ट्र तक लाने के लिए एंबुलेंस ऑपरेटर से बात की। किराया ज्यादा होने के कारण उसने पत्नी के शव को कार की डिक्की में डालकर महाराष्ट्र तक लाने का फैसला किया।
इसी दौरान केरल पुलिस ने स्टेशन एरिया में कार को पकड़ लिया। चैंकिग के दौरान पुलिस को कार की डिग्गी से शव मिला।इसके बाद पुलिस ने पति से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बताई। इस मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर एनबी शिजू ने बताया कि महिला के पति के पास अस्पताल का मृत्यु प्रमाण पत्र था, लेकिन बॉडी को प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से ले जाने के जरूरी कागजात नहीं थे। हालांकि हॉस्पिटल की एनओसी के बाद पुलिस ने उसे जाने दिया। विवाद बढ़ता देखर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल मामले से दूर भागता दिखा और मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट ने कहा कि उनके पास किसी ने एंबुलेंस के लिए अर्जी नहीं दी थी।