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जम्मू के हंदवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में 4 जवान शहीद, एक नागरिक की मौत


नई दिल्ली: एक तरफ पाकिस्तान विंग कमाडों अभिनंदन को भारत को सौंप कर शांति की गुहार कर रहा है। तो वही एक बार फिर पाकिस्तान पीठ पीछे वार करने से बाज नहीं आ रहा। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा के लंगेट के बाबागुंड गांव से बुरी खबर सामने आ रही है,जिसमें आतंकियों से मुहंतोड़ जवाब देते हुए सीआरपीएफ के दो जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो जवान शहीद हो गए। इसके अलावा ये भी सामने आ रहा है कि इस मुठभेड़ में एक सिविलियन की भी मौत हो गई है।

जानकारी के मुताबिक रात भर सुरक्षा बल और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है, जिसमें एक आतंकी मारा गया और एक आतंकी मलबे में छिप गया था । पर सुरक्षा बलों ने दोनों आतंकियों को मारा सोचकर छोड़ दिया। लेकिन कुछ देर बाद मलबे में छिपा आतंकी बाहर निकला और सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी। अधिकारियों ने जानकारी दी कि फायरिंग रात एक बजे शुरू हुई। जब बलों की संयुक्त टीम ने तलाशी तेज की और संदिग्ध स्थान की ओर कुछ फायरिंग की गई। गोलाबारी के दौरान एक आतंकवादी मारा गया और दूसरा घर के मलबे में छिप गया।

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वहीं  इससे पहले 27 फरवरी को सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में जैश के दो आतंकियों को मार गिराया था। पुलवामा हमले के बाद से घाटी में सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। 24 फरवरी को भी कुलगाम के तुरिगाम इलाके में मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकियों को मार गिराया था। यह सभी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी बताए जा रहे थे।इस मुठभेड़ में डीएसपी अमित ठाकुर शहीद हो गए थे।

पुलवामा आतंकी हमले के बाद जम्मू और कश्मीर में सुरक्षाबलों द्वारा ऑपरेशन 60 शुरू किया है। सुरक्षाबलों की माने तो घाटी में करीब 60 आतंकी सक्रिय हैं। इसमें से करीब 35 पाकिस्तानी हैं। पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड गाजी राशिद को मार गिराने से शुरू हुआ सुरक्षाबलों का अभियान अब एक-एक करके जैश के आतंकियों को खत्म करने तक चलेगा। पुलवामा में जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने 14 फरवरी को हमला किया था। इस हमले में सीआरपीएफ की एक बस का निशाना बनाया गया था. हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे।

 

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