हल्द्वानी: राज्य के सरकारी स्कूलों और डिग्री कॉलेजों के बाद अब हल्द्वानी शहर के प्राइवेट स्कूलों में भी विंटर ब्रेक पर कैंची चल सकती है। हाल ही में सीबीएसई ने परीक्षाओं की तिथि घोषित की है जिसके बाद से ही प्राइवेट स्कूलों में खलबली मच गई है।
दरअसल कोरोना संक्रमण के कारण करीब 7 महीने तक बंद रहे सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में इस साल पूरी तरह से पढ़ाई नहीं हो पाई है। खास कर 10वीं और 12वीं, जिनकी बोर्ड परीक्षाएं नजदीक हैं, का कोर्स भी अभी काफी बचा है। जिस कारण से हल्द्वानी के प्राइवेट स्कूलों में भी विंटर ब्रेक पर रोक लग सकती है।
देखा जाए तो इस वक्त तक सभी प्राइवेट स्कूलों में विंटर ब्रेक हो जाते हैं। इस बार भी अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में विंटर ब्रेक घोषित कर दिए जाएंगे। हर साल किसी स्कूल में 10 तो किसी स्कूल में 14 दिनों की छुट्टी होती है। मगर हर बार की तरह इस बार कोरोना वायरस के कारण बच्चों के कोर्स पूरे नहीं हो सके हैं।
कोर्स पूरा नहीं हुआ है और ऐसे में अगर विंटर ब्रेक होते हैं, वह भी 10 या 12 दिन के होते हैं, तो लाज़मी है कि बच्चों की परीक्षाओं पर खासा असर पड़ेगा। इसी वजह से अब जाड़े की छुट्टियों में कटौती की पूरी संभावना देखी जा रही है। क्योंकि अगर विंटर ब्रेक पर रोक लगेगी तो विद्यालय में बच्चे आएंगे और कोर्स पूरा हो सकेगा। जिसके कारण बच्चे परीक्षाओं की पूरी तैयारियां कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें: एक्शन में दिखी उत्तराखंड पुलिस, एक महीने के अंदर पकड़े 650 से ज़्यादा बदमाश
यह भी पढ़ें: हल्द्वानी के आर्यन जुयाल को मिली उत्तर प्रदेश घरेलू टीम में जगह,पिछले साल जड़ा था शतक
पब्लिक स्कूल एसोसिएशन हल्द्वानी के अध्यक्ष कैलाश भगत ने जानकारी दी और बताया कि सीबीएसई ने परीक्षाओं की तिथि घोषित कर दी है। ऐसे समय पर सबसे जरूरी बात यह है कि दसवीं और बारहवीं की कक्षाओं के बच्चों का कोर्स पूरा हो, जो कि पहले से ही संक्रमण के कारण पिछड़ा हुआ है।
कैलाश भगत ने बताया कि कोर्स पूरा करने के लिए इस बार यह फैसला लिया जा सकता है कि विंटर ब्रेक पर रोक लगे। या फिर अगर विंटर ब्रेक हों तो ज्यादा से ज्यादा 6 या 7 दिनों का ही हो। ऐसे में देखना यह होगा कि यहां से आगे किस तरह का फैसला लिया जाता है।
यह भी पढ़े: रोडवेज बस और दफ्तर के अंदर उड़ा रहे थे हुक्के का धुआं, चालक सहित तीन कर्मचारी बर्खास्त