नई दिल्ली: सोमवार को कोलकाता से आई एक खबर ने भारतीय क्रिकेट में हलचल पैदा कर दी। भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनके भाई हासीब अहमद के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। इस वक्त शमी वेस्टइंडीज में हैं और सोमवार को ही भारत का दौरा खत्म हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए घरेलू हिंसा के आरोपों पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए शमी को 15 दिनों के भीतर आत्मसमर्पण करने को कहा है।
साल 2018 की शुरुआत से शमी और उनकी पत्नी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं। पत्नी हसीन जहां ने शमी पर गैरमहिलाओं से संबंध, मारपीट और जान से मारने की कोशिश के आरोप लगाए थे। इसके अलावा उन्होंने मैच की फिक्सिंग की बात कही थी लेकिन अपने बयान से उन्होंने यूटर्न ले लिया। पिछले साल बीसीसीआई ने शमी को अनुबंध से भी बाहर कर दिया लेकिन जांच के बाद उन्हें फिर से अनुबंध में शामिल किया गया।
गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद भी बीसीसीआई की ओर शमी को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।बीसीसीआई ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि वो तब तक शमी पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगे जब तब वे चार्जशीट नहीं देख लेते। बीसीसीआई के अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जल्दी में कोई कार्रवाई करना सही नहीं होगा। बीसीसीआई के अधिकारी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘जब उनकी पत्नी ने मैच फिक्सिंग के आरोप लगाए थे, तब हमने एसीयू (एंटी-करप्शन यूनिट) से जांच कराई थी। एसीयू के प्रमुख नीरज कुमार की रिपोर्ट में उन्हें पूरी तरह से निर्दोष पाया गया था। तो घरेलू मामले का अनुबंध से कोई लेना देना नहीं है।