हल्द्वानी: कई बार आपने सुना होगा कि बस का ब्रेक होने के बाद चालक की सूझबूझ से यात्रियों की जान बच गई। पहाड़ी क्षेत्रों से अक्सर इस तरह की खबरें सामने आती रहती हैं। एक बार फिर एक मामला सामने आया है। इस बार रोडवेज बस चालक की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद भी उन्होंने अनियंत्रित बस को संभाला और लोगों की जान बचाई। मामला चंपावत का है। बस चालक को चलाते वक्त अचानक दिल का दौरा पड़ गया।
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खबर के अनुसार दो दिन पूर्व बस संख्या यूके 07/ए 3204 देहरादून से लोहाघाट जा रही थी। खटकना पुल से कुछ दूरी पर बस चालक गिरीश जोशी को दिल का दौरा पड़ गया। इसके बाद बस अनियत्रित हो गई लेकिन उन्होंने वक्त रहते हैंडब्रेक खींच दिया। इससे बस झटके से रुक तो गई, लेकिन सड़क किनारे खड़ी स्कूटी बस की चपेट में आ गई। हालांकि बस चालक की समझदारी के वजह से इस हादसे में कोई जालमाल का नुकासन नहीं हुआ।
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परिचालक कुंदन सिंह ने जानकारी दी कि अचेत होने से पहले ही चालक ने हैंडब्रेक लगा दिया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। घटना के वक्त बस में सवार 30 से अधिक यात्री सकते में आ गए। बस रुकते ही सभी यात्री सुरक्षित उतर गए। इसके बाद रोडवेज के दूसरे चालक के जरिये बस को लोहाघाट तक ले जाया गया। सभी लोग चालक की सूझबूझ की तारीफ करने लगे। उनकी तबीयत खराब हो गई थी लेकिन उन्होंने अपने अलावा यात्रियों की जान की भी परवाह की और उन्हें बचाया।