नई दिल्ली: रक्षाबंधन के मौके पर कुछ ऐसी खबरे भी सामने आई हैं जिसने दिल को छुआ है। एक ऐसी जानकारी उत्तर प्रदेश से सामने आई है। उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा के नतीजे घोषित हुए तो दोनों भाई-बहन को एक साथ कामयाबी मिली। रक्षाबंधन के मौके पर दोनों ने उस सपने को साकार किया, जिसके लिए वर्षों से दोनों परिश्रम कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक,आगरा के खंदौली के भाई-बहन शैलजा और सुधांशु को उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा में कामयाबी मिली है। शैलजा ने 51वीं रैंक और सुधांशु को 276वीं रैंक मिली है।
रक्षाबंधन पर गजब का संयोग
सेवानिवृत्त न्यायाधीश आरबी सिंह मौर्य और डॉ. सुमन लता के बच्चे ने पूरे आगरा का नाम रौशन कर दिया है। शैलजा और सुधांशु को उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा (सिविल जज, जूनियर डिवीजन) में सफलता मिली है। रक्षाबंधन पर भाई-बहन के चयन से परिवार और गांव में ख़ुशी का मौहाल है। शैलजा और सुधांशु को पहले ही प्रयास में कामयाबी मिली है। दोनों ने बिना कोचिंग के परीक्षा में सफलता हासिल की है।
पहले प्रयास में मिली सफलता
51वीं रैंक हासिल करने वालीं 25 वर्षीय शैलजा हमेशा एक मेधावी छात्रा रही हैं। उन्होंने वर्ष 2021 नेशनल ला यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडल के साथ बीएएलएलबी और वर्ष 2022 में एलएलएम किया। वहीं 22 वर्षीय भाई सुधांशु ने वर्ष 2022 में नेशनल ला यूनिवर्सिटी से ही बीएएलएलबी की पढाई की है। दोनों ने स्कूली शिक्षा बाराबंकी से प्राप्त की है। शैलजा ने बताया है कि सफलता का कोई शार्ट कट नहीं होता। कठिन परिश्रम करने से ही सफलता मिलती है। किसी टॉपिक में समस्या आने पर एक-दूसरे से पूछकर उसका समाधान करते थे। साथ ही पिता और बड़े भाई ने भी काफी सहयोग दिया है। जिस वजह से पहले ही प्रयास में सफलता मिली है।
पिता और भाई भी रहे जज
शैलजा और सुधांशु के पिता आरबी सिंह मौर्य एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश रहे हैं। वहीं बड़े भाई अर्जित सिंह भी सिविल जज है जिनकी तैनाती भदोही में सिविल जज के पद पर तैनात हैं। परिवार की मानें तो बच्चों ने सफलता के लिए कड़ी मेहनत की थी। ये सफलता उनकी लगन और कड़ी मेहनत का परिणाम हैI उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा (सिविल जज, जूनियर डिवीजन) की परीक्षा में शैलजा ने 51वीं रैंक प्राप्त की है जो न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि शहर के लिए भी गर्व की बात है I