देहरादून: पर्वतीय क्षेत्रों में अपने छोटे व्यवसाय शुरू करने की चाह रखने वालों के लिए राह थोड़ी आसान होने वाली है। इस राह को आसान बनाने का काम मुख्यमंत्री स्वरोजगार अति सूक्ष्म (नैनो) योजना करने वाली है। व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार 10 हजार के लोन में 50 फीसदी छूट देने की तैयारी कर रही है।
कोरोनाकाल में अपने गांवों को लौटे प्रवासियों को रोजगार शुरू करने में मदद मिले, इसलिए प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे व्यवसाय के माध्यम से रोजगार की योजना बनाई है। स्वरोजगार से लोगों को जोड़ने के लिए उद्योग विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है।
केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना से शहरी क्षेत्रों में रेहड़ी फड़ी और फेरी विक्रेताओं की आजीविका चल रही है। अब ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार अति सूक्ष्म योजना तैयार की है।
उद्योग निदेशक सुधीर चंद्र नौटियाल ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार अति सूक्ष्म (नैनो) योजना को जल्द लागू किए जाने की तैयारी है। योजना में छोटा व्यवसाय शुरू करने के लिए अधिकतम 10 हजार का ऋण मिलेगा। जिसमें पांच हजार या 50 प्रतिशत सब्सिडी सरकार की ओर से दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार जिला स्तर पर इस योजना को लागू करने की जिम्मेदारी जिलाधिकारियों पर छोड़ी गई है। डीएम के नेतृत्व में गठित कमेटी में मुख्य विकास अधिकारी, जिला अग्रणी बैंक के प्रबंधक, जिला महाप्रबंधक उद्योग, राष्ट्रीयकृत बैंकों के प्रतिनिधि, खंड विकास अधिकारी, उद्योग विभाग की ओर से नामित संस्था के प्रतिनिधि सदस्य होंगे।
बता दें कि इस योजना में खासकर सब्जी, फल विक्रेता, फास्ट फूड, चाय, पकौड़े, ब्रेड, अंडे की बिक्री, पलम्बर, टेलर, मोबाइल रिपेयर, ब्यूटी पार्लर, इंब्रायड्री, सिलाई-बुनाई, बुक बाइडिंग, स्क्रीन प्रिटिंग, पेपर मैच क्राफ्ट, धूप अगरबत्ती निर्माण, रिंगाल कार्य, पेपर बैग निर्माण, कैंडिल निर्माण, मशरूम की खेती, डेयरी, मशीन रिपेयर, फूल विक्रेता, कार वाशिंग, बेकरी, कारपेंट्री, लौहारगिरी से जुड़े व्यवसाय करने वालों को लाभ मिलेगा।