रामनगर: चार दिन पहले कोर्ट में पेश होने के लिए पहुंचे बीडीसी सदस्य वीरेंद्र सिंह मनराल उर्फ वीरू की परिसर के बाहर गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। हत्या का मुख्य आरोपी देवेंद्र उर्फ बाहू को पुलिस ने उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। मामले की पूछताछ के लिए पुलिस बाहू और उसके साथियों को लेकर पुलिस रामनगर ले कर आई। पूरे मामले का खुलासा व बाहू को पकड़ने के लिए पुलिस ने 4 टीमें गठित की थी।
बता दें कि रामनगर स्थित कोर्ट परिसर के बाहर बीडीसी सदस्य वीरेंद्र मनराल को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। वीरेंद्र मनराल को तुरन्त अस्पताल लाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बता दें कि हत्या के एक पुराने मामले में वीरेंद्र मनराल गवाही देने पहुंचे थे।बदमाश ऑल्टो कार में सवार होकर आए थे, जिसमें काले शीशे चढ़े हुए थे। इस घटना के पीछे बैलपड़ाव के शार्प शूटर बाहु का नाम सामने आया।
वीरेंद्र मनराल का पहले छोई में हेमंत फर्त्याल के साथ काफी समय तक विवाद रहा। जिसके बाद कथित रूप से वीरेंद्र ने बाहू को हेमंत को मारने की सुपारी दी थी। 28 जून 2016 को बाहू ने हेमन्त की अपने पंजाब के एक साथी के साथ मिलकर हत्या कर दी । इस मामले में आरोपी बाहू पकड़ा गया था और वीरेंद्र को पुलिस ने हत्या में षड्यंत्र के तहत गिरफ्तार किया था। वारदात के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने ब्लॉक प्रमुख समेत चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाकर कोतवाली में हंगामा काटा था। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू थी। परिजनों ने ब्लॉक प्रमुख की गिरफ्तारी होने तक दाह संस्कार नहीं करने का एलान किया है। बता दें कि वीरेंद्र सिंह मनराल हिस्ट्रीशीटर रहा है।
एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने किया खुलासा
एसएसपी जनमजेय खंडूरी ने हत्याकांड का खुलासा करते हुऐ बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी ने पुलिस को पुछताछ में हेमंत हत्याकांड के पैसे व कोर्ट में किसी बात को लेकर मतभेद के चलते देवेंद्र उर्फ बाऊ ने वीरू मनराल को मारने की ठान ली थी।मामले में चार दिन पूर्व कोर्ट परिसर के बाहर देवेंद्र उर्फ बाऊ ने अपने दो साथी गुरुमीत सिंह उर्फ गोपी निवासी बन्दरजुड़ा व दर्शन सिंह पुत्र दिलबाग सिंह निवासी अलीगंज रोड बसखेड़ा जिला उधमसिंहनगर के साथ गोली मार हत्या कर जंगल मे भाग गए थे।मंगलवार को कोतवाल विक्रम सिंह राठौर को मुखबीर खास ने देवेंद्र उर्फ बाऊ को उसके घर बैलपड़ाव पर होने की सूचना दी।जिससे पर कोतवाल ने पुलिस फोर्स के साथ उसके पर दबिश देकर हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया।