हल्द्वानी: एमबीपीजी डिग्री कॉलेज में छात्रसंघ चुनावों की तैयारियां चल रही हैं। कुमाऊं का सबसे बड़ा कॉलेज होने के कारण एमबीपीजी डिग्री कॉलेज में चुनावी माहौल गर्म ही रहता है। छात्र नेता 2017 चुनावों की तैयारियों में लगे हुए है लेकिन हाईकोर्ट के एक फैसले ने 2016 में चुने गए छात्रसंघ अध्यक्ष को हटा दिया है।
दरअसल एबीवीपी की तरफ से 2016 छात्रसंघ चुनाव में उतरें विजय जोशी ने निर्दलीय प्रत्याशी ( जो चुनाव में विजय हुए थे) नीरज मेहरा के खिलाफ धोखाधड़ी से प्रवेश लेने और झूठा नामांकन दर्ज कराने का आरोप लगाया था।
उन्होंने इसके लिए नैनीताल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।जिसके बाद हाईकोर्ट द्वारा कॉलेज को जारी निर्देश के बाद कॉलेज द्वारा नीरज मेहरा के दस्तावेजों में खामी पाए जाने पर उनको 15 सितम्बर को नोटिस जारी किया गया।नोटिस में कहा गया कि उनके द्वारा सत्र 2015-16 में प्रवेश के दौरान तथ्यों को छुपाया गया और गैप ईयर के सम्बंध में गलत शपथ पत्र देते हुए प्रवेश में धोखाधड़ी की थी। साथ ही अपने बचाव पक्ष में जवाब दाखिल करने के लिए 15 सितंबर को कॉलेज में प्रस्तुत होने को कहा लेकिन मेहरा ने अपने भाई की तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए आने में असमर्थता जताई। बता दे कि पिछले साल एबीवीपी से टिकट न मिलने पर नीरज मेहरा निर्दलीय चुनाव लड़ा था ।
कॉलेज प्रशासन ने नीरज मेहरा को अवगत कराते हुए कहा है कि कॉलेज मे उपलब्ध दस्तावेज और शिकायत निवारण प्रकोष्ठ की जांच रिपोर्ट में पाया गया की उनके द्वारा सत्र 2015-16 में धोखाधड़ी से प्रवेश लिया है। मेहरा को जारी नोटिस में बताया गया है कि कुमाऊ विश्वविद्यालय के प्रवेश नियम 1-7(ख) के तहत प्रवेश में धोखाधड़ी करने के कारण उनका प्रवेश निरस्त किया जाता है और प्रवेश निरस्त होने के कारण उनको छात्र संघ अध्यक्ष पद का अधिकार स्वतः निरस्त किया जाता है।