नैनीताल: जनवरी से चले आ रहे टीकाकरण अभियान को कोरोना के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो टीका ही कोरोना को टक्कर देने का एकमात्र उपाय है। ऐसे में अब स्कूलों के खुलने के बाद प्रदेश के शिक्षकों से लेकर छात्रों को भी टीका लगाने की प्लानिंग की जा रही हैं। इस संबंध में जिलाधिकारियों को निर्देश भी मिल गए हैं।
दरअसल सोमवार से प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी व निजी स्कूलों को खोलने की परमिशन दे दी। कई स्कूलों में अच्छी संख्या में छात्रों को देखा गया तो कहीं कहीं पर ना के बराबर उपस्थिति रही। ऐसे में अब शिक्षकों को भी लगातार स्कूलों का रुख करना पड़ेगा।
इसी कारण से प्रदेश सरकार विद्यालयों में शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कार्मिकों व छात्र-छात्राओं का कोरोना टीकाकरण प्राथमिकता से कराने की तैयारी में है। इस संबंध में शिक्षा सचिव राधिका झा और स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बातचीत कर ये तय किया कि इन्हें प्राथमिकता के साथ टीके लगाए जाएंगे।
बहरहाल स्वास्थ्य सचिव ने सभी मुख्य शिक्षाधिकारियों को जिलों में जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर टीकाकरण की तैयारी की बात कही है। साथ ही सभी शिक्षकों की मैपिंग कराने के निर्देश दिए। ताकि टीकाकरण करा चुके शिक्षकों व कर्मचारियों की सूची मिल सके।
शिक्षा सचिव राधिका झा के अनुसार अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, नैनीताल, उत्तरकाशी, हरिद्वार, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग व ऊधमसिंहनगर में मई व जून से वैक्सीनेशन जारी है। देहरादून व चंपावत में प्राथमिकता के आधार पर टीका लगना शुरू हो गया है। हालांकि पिथौरागढ़ व टिहरी से अभी टीकाकरण की सूचना नहीं मिली है।