देहरादून: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर स्थगित की गई चारधाम यात्रा को शुरू करने पर सरकार ने मंथन शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में चारधाम वाले जिलों के स्थानीय निवासियों को धामों में दर्शन की अनुमति दिए जाने की खबर सामने आ रही है। इसकों लेकर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि परिस्थितियां सामान्य होने के बाद सभी पहलुओं पर मंथन किया जाएगा और चरणबद्ध ढंग से चारधाम यात्रा शुरू की जाएगी।प्रदेश के कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के तेज होने के कारण सरकार ने इस वर्ष 14 मई से प्रारंभ होने वाली चारधाम यात्रा स्थगित कर दी थी।
अलबत्ता, चारों धामों बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट निर्धारित तिथियों पर खोले गए और वहां सीमित संख्या में तीर्थ पुरोहित पूजा-पाठ कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को फिलहाल यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। कोरोना Curfew के लागू होने से मामलों में कमी भी देखने को मिल रही है। ऐसे में चारधाम यात्रा को लेकर सरकार मंथन चल रहा है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि रुद्रप्रयाग, चमोली व उत्तरकाशी जिलों के निवासियों की ओर से उन्हें धामों में दर्शन की अनुमति देने का आग्रह किया जा रहा है। चारों धाम इन्हीं जिलों में हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक पहलू से चारधाम यात्रा को लेकर विचार कर रही है। प्रथम चरण में तीन जिलों के स्थानीय निवासियों को अनुमति दी जा सकती है। इसके बाद परिस्थितियों की समीक्षा कर पहले राज्य के अन्य जिलों और फिर बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं को भी यात्रा की अनुमति दी जा सकती है। चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा गाइडलाइन जो जारी की गई है उनका पालन किया जाएगा और जागरूकता भी फैलाई जाएगी।