देहरादूनः दिल्ली में हो रहे दंगों में ना जाने कितने मासूमों की जान चली गई है। दिल्ली दंगे में उत्तराखंड के पौड़ी जिले के थाना क्षेत्र पैठाणी के युवक की मौत से पूरे राज्य और क्षेत्र में शोक की लहर है। शुक्रवार को पैठाणी और चाकीसैंण के व्यापारियों ने शोक जताते हुए आज बाजार बंद रखने का निर्णय लिया।
बता दें कि दिलबर सिंह पिछले डेढ़ साल से शहादरा दिल्ली में एक बेकरी में काम करता था। दंगाइयों ने दिलबर जिस गोदाम में सो रहा था, उस पर आग लगा दी थी। दिलबर ने 12 वीं पास करने के बाद घर छोड़ दिया था। और दिल्ली आ गया। घटना की सूचना पड़ोसी गांव के रहने वाले दिलबर के दोस्त श्याम सिंह ने 26 फरवरी को फोन पर उसके परिवारवालों को दी। दंगे में श्याम सिंह भी घायल हुआ है, जो अभी दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है। घटना की सूचना पर दिलबर के जीजा और चाचा गुरुवार को ही दिल्ली रवाना हो गए थे।
एसआई लोहित कुल ने बताया कि दिलबर के जीजा और चाचा को दिल्ली में उसका शव मिल गया है। उन्होंने दिल्ली और आसपास रहने वाले रिश्तेदारों को बुलाकर उसका वहीं अंतिम संस्कार कर दिया है। पैठाणी व्यापार सभा अध्यक्ष मनबर सिंह और चाकीसैंण के व्यापार संघ अध्यक्ष शेखर नेगी बताया कि युवक की मौत के शोक में शनिवार को बाजार बंद रखा जाएगा। दिलबर के गांव और परिवार में मातम पसरा हुआ है।