पिथौरागढ़ः ITBP के जवानों ने एक बार फिर एक महीला की जान बचाई। घटना मुनस्यारी की है। जहां मुनस्यारी से 40 किमी दूर लास्पा गांव में पत्थर की चपेट में आने से घायल हो गई थी। घायल महिला दर्द से तड़पती रही। छह दिन बाद भी जब हेलीकॉप्टर नहीं आया तो शनिवार को ITBP जवानों ने घायल महिला को स्ट्रेचर में रखरकर मुनस्यारी पहुंचाया।
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बता दें कि 18 अगस्त को लास्पा निवासी रेखा देवी उम्र (26) पत्नी लक्ष्मण राम मापांग के पास चट्टान से गिरे भारी पत्थर के चपेट में आ गई थी। हादसे में महिला के पैर और सिर में भी गंभीर चोट आई थी। मुनस्यारी से लास्पा गांव की दूरी 40 किमी पैदल होने के कारण महिला को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत हो रही थी। वहीं जिंप सदस्य जगत मर्तोलिया का कहना है कि रास्ता कठिन होने के वजह से घायल महिला हेलिकॉप्टर की मांग की गई थी। इसको देखते हुए डीएम के निर्देश पर तहसील प्रशासन भी हेलीपैड के लिए स्थान तलाश कर रहा था। लेकिन शनिवार को भी काफी इंतजार करने के बाद जब हेलीकॉप्टर नही आया तो परिवारवालों ने आईटीबीपी के जवानों से मदद मांगी।
आईटीबीपी 14वीं वाहनी के जवान घायल महिला को स्ट्रेचर से मुनस्यारी पहुंचाने के लिए निकल पड़े। जवानों ने महिला को स्ट्रेचर में रखकर अस्पताल तक पहुंचाया। वहीं सरकार व प्रशासन द्वारा मदद न मिलने पर लोग काफी आक्रोशित हैं। यूं तो देवभूमि उत्तराखंड पूरी दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है। लेकिन आज भी यहां के कुछ गांव ऐसे हैं जहां खूबसूरत वादियां तो हैं लेकिन चलने के लिए सड़क नहीं हैं। इसके चलते कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं।