हल्द्वानी: उत्तराखण्ड को रणजी ट्रॉफी में लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा। ओडिशा ने उत्तराखण्ड को 10 विकेट से हराया और 7 अंक हासिल किए। पूरे सीजन की तरह इस मुकाबले में भी उत्तराखण्ड का बल्लेबाजी क्रम उसकी कमजोरी साबित हुआ। दूसरी पारी में उत्तराखण्ड ने 195 बनाए। उत्तराखण्ड की ओर से बल्लेबाजी में धनराज शर्मा ने 50 और दिक्षांशु नेगी ने 40 रनों का योगदान दिया। वहीं प्रदीप चमोली ने 25* और आकाश ने 20 रनों के योगदान के बदौलत उत्तराखण्ड पारी की हार को टालने में कामयाब रहा । ओडिशा ने पहली पारी के आधार पर उत्तराखण्ड पर 136 रनों की बढ़त हासिल की थी। ओडिशा को दूसरी पारी में जीत के लिए 60 रनों का लक्ष्य मिला था।
उत्तराखंड ने पहली पारी में 117 रन बनाए। इसके जवाब में ओडिशा ने 253 रन बनाए। ओडिशा की ओर से इस मुकाबले में शांतानु मिश्रा ने शानदार 136 रनों की पारी खेली थी जिसने उत्तराखण्ड को मुकाबले से दूर किया। पहली पारी में उत्तराखण्ड के लिए दिक्षांशु ने सर्वाधिक 36 रनों का योगदान दिया था। उत्तराखंड के बल्लेबाजों के लिए रणजी ट्रॉफी का ये सीजन अच्छा नहीं रहा है। तीन मुकाबलों में तन्मय एक , दिक्षांशु दो , सौरभ एक और धनराज एक फिफ्टी जमाने में कामयाब रहे हैं। दूसरी तरफ गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इस मुकाबले में भी वह ओडिशा को जल्दी आउट करने में कामयाब रहे थे। अगर बोर्ड में अधिक रन होते तो उत्तराखण्ड इस मुकाबले में अपने लिए मौका बना सकता था। मुकाबले की बात करें तो प्रदीप चमोली तीन,सन्नी राणा तीन, धनराज शर्मा दो,आकाश 1 और राहिल शाह एक विकेट हासिल करने में कामयाब रहे।
साल 2019 उत्तराखण्ड टीम के लिए अच्छा नहीं रहा। फैंस को उम्मीद यही है कि साल 2020 का आगाज टीम जीत के साथ करें। उत्तराखण्ड का अगला मुकाबला 3 से 6 जनवरी तक असम के साथ होगा। वहीं चयनकर्ता टीम में बदलाव कर सकते हैं क्योंकि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले तीन मुकाबलों के लिए टीम का चयन हुआ था। जिस तरह से टीम का प्रदर्शन रहा है उससे साफ है कि कुछ बल्लेबाजों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।