लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड के जिलों में फंसे लोगों को घर भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिस तरह उत्तराखंड के लोग बाहरी राज्यों में फंसे हैं उसी तरह से अन्य राज्यों के लोग भी उत्तराखंड में फंसे हैं।
आज अल्मोड़ा जिले में यूपी रहने वाले मजदूरों को घर भेजा गया। जिला प्रशासन ने सैंकड़ो मजदूरों को वाहनों की व्यवस्था कर घर भेजा। शनिवार को एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने बताया कि अब तक लगभग 543 से अधिक मजदूरों को अल्मोड़ा से भेजा जा चुका है। जिसमें अल्मोड़ा से 200, चौखुटिया से 64, रानीखेत से 50, जैंती, भनौली, लमगड़ा व सल्ट से 229 मजदूरों को भेजा गया।
लॉकडाउन की घोषणा के बाद पिछले 40 दिनों से मजदूर जिले में फंसे हुए थे। सामाजिक संस्थानों के सहयोग से खाने पीने की व्यवस्था की गई थी। यह सभी लोग प्रशासन द्वारा स्थापित किए गए शिविरों में रह रहे थे। उन्होंने बताया कि आरटीओ कार्यालय द्वारा मजदूरों को भेजने के लिए 20 बसों का इंतजाम किया गया था। शुक्रवार को सुबह 7 बजे से प्रवासी मजदूरों कलक्ट्रेट मुख्यालय में पहुंच रहे थे। जहां श्रम विभाग के कर्मचारियों को प्रवासी मजदूरों ने अपने सारे कागजात व आधार कार्ड की फोटो कापी जमा कराई। उसके पश्चात देर शाम मजदूरों की सूची तैयार कर उन्हें भेजा गया। मजदूरों को बसों में बैठाने के दौरान जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी वहां मौजूद रहे।