देहरादून: राज्य की पुलिस अपने आप को मित्र पुलिस का नाम देती है। जनता के साथ अच्छे व्यवहार करने की बात करने वाली उत्तराखण्ड पुलिस पर एक बार फिर दबंगाई का आरोप लगा है। जहां महिला एसआई ने एक महिला को कोतवाली में बंद कर उसकी बेल्ट से पिटाई कर दी। महिला के शरीर पर निशान भी मौजूद है। महिला ने इंसाफ की गुहार लगाई है और शिकायत के बाद अधीक्षक ने मामले की जांच कराकर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
खबर के अनुसार यह मामला पिथौरागढ़ कोतवाली का हैं। एक महिला सब इंस्पेक्टर पर एक महिला ने कोतवाली में बंद करके बेल्ट से पीटने का आरोप लगाया है।पिटाई के बाद महिला के शरूर पर गहरे जख्म मौजूद हैं। आरोप लगाने वाली महिला का नाम कमला है जो पिथौरागढ़ में किराए के मकान पर रहती है। कमला ने पुलिस अधीक्षक को सौंपे शिकायत पत्र में कहा कि उसका अपने मकान मालिक और एक महिला सहित कुछ लोगों से विवाद चल रहा है।
उसने कहा कि दो दिन पहले दो पुरुष और एक महिला कांस्टेबल उसे कोतवाली ले गए। वहां कमरे में बंद कर उसकी पिटाई कर दी । बेल्ट की मार से उसके शरीर पर नीले निशान पड़े हैं। पीड़ित महिला सामाजिक कार्यकर्ता नम्रता बोहरा के साथ कलक्ट्रेट पहुंची। उन्होंने एडीएम आरडी पॉलीवाल को भी शिकायत पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। एडीएम ने पीड़िता को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
पीड़ित महिला ने कहा कि पिटाई के बाद उससे पुलिस कर्मियों ने जबरन बयान लिखवाया। पीडित ने अपनी जान को खतरा बताया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। महिला ने एसपी को मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी। एसपी ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ रामचंद्र राजगुरु कहा कहना है कि पीड़ित महिला की शिकायत पर संबंधित महिला एसआई से भी पूछताछ की गई। मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी आरएस रौतेला को सौंपी गई है। यदि महिला एसआई दोषी पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।