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उत्तराखंडः स्वास्थ्य सेवाओं पर फिर लगा लापरवाही का दाग, प्रसूता की हुई मौत


नैनीतालः स्वास्थ्य का अधिकार जनता का सबसे पहला अधिकार होतो है लेकिन राज्य में बेहतर सवास्थ्य सेवाओं के अभाव में रोजाना हजारों लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। राज्य में बीते कुछ दिनों से स्वास्थ्य सेवाऐं चरमरा चुकी हैं। इसके चलते लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही चौंका देने वाला मामला पिथौरागढ़ से सामने आया हैं। जहां पिथौरागढ़ जिले में पंचेश्वर के सेल गांव की प्रसूता को स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव की वजह से अपनी जान गवानी पड़ी।

बता दें कि सेल गांव की बिंदु देवी उम्र 26 वर्ष पत्नी सुभाष राम को 25 जुलाई को प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद गांव के एलोपैथिक अस्पताल में डॉक्टर नही था। परिवारवालों ने दाई को बुलाया और 26 जुलाई को रात करीब एक बजे बिंदु ने घर में ही एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद बिंदु देवी की तबीयत अचानक बिगड़ गई और बिंदु की देवरानी आशा देवी उसे जिला अस्पताल ले जाने के लिए घर से निकली तो सही लेकिन बड़सिला में सड़क खराब और बंद होने की वजह से वे लोग आगे नहीं जा सके। इसके बाद 27 जुलाई को 3 बजे रास्ते में बिंदु ने एक लड़की को जन्म दिया।

सेल के अस्पताल में डॉक्टर ना होने के वजह से और सल्ला रौतगड़ा सड़क मार्ग बंद होने की वजह से परिवारवालें बिंदु को 50 किलोमीटर दूर पिथौरागढ़ नही ले जा पाए और वे बिंदु को वापस घर ले गए। बता दें कि शनिवार शाम छह बजे बिंदु ने आखिरी सांस ली। बिंदु की मौत के बाद रविवार शाम 108 की मदद से नवजात बच्चों को जिला महिला अस्पताल लाया गया। मामले के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। बिंदु को इस बात का जरा भी आभास नहीं था कि वो अपने बच्चों को जन्म दते ही उनसे हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।

photo source-amar ujala

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