नैनीताल:महिला सशक्तिकरण, मानवाधिकार, पर्यावरणीय स्वच्छता, सामाजिक सुधार एवं न्यायिक हितों के संरक्षण के लिए नैनीताल जिले के पोस्ट ज्योलिकोट में एक नई संस्था का आगमन हुआ है। कर्तव्य कर्मा नाम का ये गैर सरकारी संगठन कई नए तरह के प्रयोगों के साथ ज़मीनी स्तर पर प्रदेश में काम करने के लिए तैयार है। ज्योलिकोट में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के निकट भरगोमेंट में कर्तव्य कर्मा ने अपना कार्यलय स्थापित किया है। पिछले चार वर्षों से दिल्ली एंव उत्तर प्रदेश में सामाजिक कार्यों का निवर्हन करती आ रही ये संस्था अब उत्तराखंड के गांवों का विकास करने की योजना लेकर यहां पहुंची है। संस्था ने ज्योलिकोट के रहने वाले पुष्कर जोशी को अपना प्रदेश अध्यक्ष चुना है। और ज्योलिकोट में ही प्रदेश का हेड ऑफिस भी बनाया है। संस्था ने अपनी टैग लाइन का नाम दिया है – ड्यूटी विद ऑनेस्टी यानी ईमानदारी से कार्यों का निष्पादन। कर्तव्य कर्मा की अपनी वेबसाइट है जिसमें इन सभी योजनाओं का ब्यौरा दिया गया है। तथा सोशल मीडिया में भी ये संस्था कर्तव्य कर्मा नाम से धीरे-धीरे अपने प्रचार-प्रसार पर ध्यान दे रही है। संस्था की पहली प्राथमिकता गांव-गांव जाकर वहां की महिलाओं को काम के लिए जोड़ना है। जिसके बाद उनको स्वावलंबी बनाने की प्रक्रिया योजनाओं के द्वारा शुरू की जाएगी।
कर्तव्य कर्मा के प्रदेश अध्यक्ष पुष्कर जोशी ने बताया कि हमारी संस्था सबसे पहले नैनीताल जिले के ज्योलिकोट क्षेत्र के ग्रामीणों इलाकों में महिलाओं पर केन्द्रित कुछ योजनाओं का क्रियान्वन करेगी जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार लाया जा सके। कर्तव्य कर्मा महिलाओं के लिए ‘नई पहल’ नाम से एक व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र की शुरूआत करना चाहती है। इस पहल के तहत महिलाओं को स्वावलंबी यानी आत्मनिर्भर होने का पूरा मौका मिलेगा। इस योजना के तहत संगठन में महिलाओं द्वारा पापड़, अचार और कई अन्य घरेलू खाद्य सामान बनाने के साथ साथ बैग, कुशन कवर्स एंव सिलाई कढ़ाई का काम किया जाएगा। तत्पश्चात इन महिलाओं के बनाए गए उत्पादों को सरकारी प्रदर्शनियों में प्रदर्शित कर लाभ प्राप्त किया जाएगा एंव लाभ में इन सभी महिलाओं की हिस्सेदारी भी होगी। कर्तव्य कर्मा के उत्तराखंड अध्यक्ष पुष्कर जोशी का कहना है कि हमारी इस पहल के लिए पहले काफी मेहनत करने की जरूरत होगी लेकिन हमें ये यकीन है कि हम ना सिर्फ इस योजना के क्रियान्वन में सफल होंगे बल्कि धनाड्य लोग भी हमारी इस पहल में अपना योगदान देने के लिए आगे आएंगे। इतना तय है कि कर्तव्य कर्मा से जुड़ने के बाद इन महिलाओं की जिंदगी में सिर्फ सामाजिक रूप से ही नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से भी बदलाव आएगा। कर्तव्य कर्मा की मदद से ज्योलिकोट की महिलाएं समाज की नजरों में सम्मान का भाव पाने में सफल होंगी जो उनके चेहरों पर मुस्कान लाने का काम करेगा। और यही कर्तव्य कर्मा संस्था का असली उद्देश्य भी है।