नई दिल्ली: कहते है कि मेहनत का फल मीठा होता है लेकिन बदलते मौसम ने किसानों के लिए मेहनत करने के नजरिए को ही बदल दिया है। उनके लिए अब ये है कि जितना मेहनत करें उतना खतरा है। ये इसलिए कि अपनी फसल बोने के लिए किसान लोन लेता है। वो अपनी फसल के कटने और उसे बाजार में निकालने का इंतजार करता है। रुपाई के वक्त बारिश अमृत है तो वहीं कटाई के वक्त वो किसान के लिए किसी बुरे सपने की तरह है।
उत्तराखण्ड में पिछले एक हफ्ते में बदलते मौसम ने किसानों की मुश्किल बढ़ाई है। गेंहू की कटाई जारी है और बारिश ने उनकी कमाई पर भारी नुकसान पहुंचया है।बेमौसम बारिश ने राज्य के किसानों का खेल बिगाड़ दिया है। न तो वह अब खुशी मन से तिगरी मेले में ही जा पाएंगे और न गेंहू की फसल की बुवाई ही कर पाएंगे। बारिश की वजह से सरसों व गन्ने जैसी फसलों को फायदा हुआ है वहीं गेंहू की बुवाई को एक सप्ताह आगे खिसका दिया है।
उत्तराखंड में मौसम की आंख-मिचौली जारी है. सुबह चटख धूप थी तो शाम को मौसम ने फिर करवट ली और लगभग पूरे राज्य में बारिश हुई। कहीं आंधी आई है और कहीं ओले पड़े हैं।मौसम विभाग ने नौ ज़िलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया था।देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी, पौड़ी,नैनीताल अल्मोड़ा, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की सम्भावना जताई जा रही है।मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत मौसम का मिज़ाज देर शाम बदल भी गया।देहरादून में तेज हवाओं के साथ बूंदाबादी भी हुई. इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली है। बात नैनीताल जिले की करें तो कई इलाकों में ओले भी गिरी हैं।