हल्द्वानी: महिलाओं में ब्रेस्ट में गांठ, उनमें सूजन, उत्तेजना, वृद्धि या छाती में चोट लगने पर महसूस होती है। यह छूने पर स्तन के चारों ओर स्तन ऊतक से अलग महसूस होती है। स्तन में गांठ कई कारणों से हो सकती है और अधिकतर गांठों के कारण स्तन कैंसर का खतरा नहीं होता है। साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर नवीन पांडे ने बताया कि ब्रेस्ट में गांठ होने के कारणों में संक्रमण, घाव, फाइब्रोएडीनोमा, सिस्ट, वसा परिगलन (Fat necrosis) या फाइब्रोसिस्टिक स्तन आदि प्रमुख हैं।स्तन में गांठ पता लगने पर शीघ्र उसका उपचार कराना चाहिए। ब्रेस्ट में गांठ पुरुषों और महिलाओं दोनों में विकसित हो सकती है लेकिन महिलाओं में यह अधिक प्रमुख है। ज्यादातर स्तन गांठ कैंसरमुक्त होती हैं। स्तन में गांठ का पता लगने पर आपको आश्चर्य हो सकता है लेकिन याद रखें कि ऐसा ज़रूरी नहीं है कि इसका आपके स्वास्थ्य पर कोई दीर्घकालिक (लौंग-टर्म) असर हो। हालांकि ब्रेस्ट में गांठ, स्तन कैंसर का संकेत हो सकती है। इसलिए यह ज़रूरी है कि किसी भी प्रकार की स्तन गांठ या स्तनों में सूजन होने पर डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें। उन्होंने इस संबंध में कुछ होम्योपैथिक दवाएं बताई जो इस तरह की परेशानी से निजात दिलाएगी।