नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में मंगलवार को तीसरे चरण के मतदान जारी है। तीसरे चरण में कई दिग्गज नेता अपनी किस्मत आजमाते दिख रहे है। राहुल गांधी अमेंठी के साथ केरल वायनाड से पहली बार चुनावी मैदान में है। तीसरे चरण में केरल के वायनाड सीट पर भी चुनाव चल रहे है। वही यूपी में मैनपूरी से मुलायम सिंह , फिरोजाबाद से शिवपाल सिंह यादव और उनके भतीजे अक्षर यादव , पीलीभीत से वरूण गांधी , बरेली से संतोष गंगवाल जैसे कई बड़े नेता चुनाव लड़ रहे है। तो वही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सपा के आजम खान पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे है।आजम खान रामपुर से चुनावी मैदान में है। इस से पहले वह 9 बार विधानसभा के लिए चुने जा चुके है। वही भाजपा ने सपा की मौजूदा सांसद जया प्रदा को अपने पाले में लेकर चुनावी मैदान पर उतारा है। जया प्रदा दो बार सपा के टिकट पर जीत हाशिल कर चुकी है। उस समय आजम खान ने जया प्रदा की काफी मद्द की थी। पर इस बार पार्टी अलग होने से आजम खान ने जया प्रदा को काफी भला-बुरा कहा है। इस बार रामपुर की लड़ाई में केंद्र तक की नजर है।
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अमित शाह भी 2019 के लोकसभा में पहली बार गुजरात के गांधीनगर से दिल्ली के लिए दावेदारी कर रहे है। अमित शाह की दावेदारी करने के बाद से ही चर्चा शुरू हो गई कि वह कितनी वोटो के अतंर से जीत हाशिल करेंगे। अमित शाह से पहले लालकृष्ण आडवाणी गांधीनगर के सांसद रहे है, अमित शाह की जनता में पकड़ ही है कि वह 1989 से 2014 के बीच गुजरात राज्य विधानसभा और विभिन्न स्थानीय निकायों के लिए 42 छोटे-बड़े चुनाव लड़े, लेकिन वे एक भी चुनाव में पराजित नहीं हुये। उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया, तब प्रदेश में भाजपा की मात्र 10 लोकसभा सीटें ही थी। उनके संगठनात्मक कौशल और नेतृत्व क्षमता का अंदाजा तब लगा जब 16 मई 2014 को लोकसभा चुनाव के परिणाम आए। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 71 सीटें हासिल की।