हल्द्वानी:हर्निया का अर्थ होता है आँतों का उतरना, अर्थात जब पेट की दीवार के केविटी से आंते बाहर निकालनी शुरू हो जाती है तो उस अवस्था को हर्निया कहा जाता है. ये बहुत ही पीडादायी स्थिति है क्योकि एक बार आँतों के उतर जाने के बाद जब तक इसे वापस ठीक नहीं किया जाता तब तक असहनीय दर्द निरंतर होता रहता है, जो बढ़ता रहता है. इस दर्द के कारण मौत भी हो जाती है.हल्द्वानी साहस क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पांडे ने बताया कि निर्बलता और कमजोरी को दर्शाता है. जब भी हम कोई अधिक भर वाला सामान उठाते है तो आंते अपनी जगह से हिलकर खली स्थानों पर चली जाती है, जिससे ये समस्या उत्पन्न होती है.
डॉक्टर एनसी पांडे ने बताया हर्निया का कारण ( Causes of Hernia ) :
- भरी वजन का उठाना ( Lift Heavy Weight ) : हर्निया मुख्यतः तब होता है जब हम कोई भारी वजन उठाते है.
- धुम्रपान ( Smoking ) : धुम्रपान शरीर में गैस और धुएं को जमा करता है जिससे शरीर में गर्मी पैदा होती है और पेट की दीवारे कमजोर हो जाती है. ये हर्निया को बढ़ावा देता है.
- चोट लगना ( Because of Wound ) : अगर आपने पेट या जांघ में कभी चोट लगी है और आपकी धमनियों का मुंह खुला रह गया है तो ये स्थिति भी हर्निया होने का कारण बनती है.
- मोटापा ( Obesity ) : मोटापा अनेक बीमारियों को जन्म देता है. क्योकि मोटापा होने पर शरीर में अधिक स्थान रिक्त रहता है, जिससे आंते अपने स्थान से आसानी से खिसक जाती है और हर्निया को जन्म देती है.
- पुरानी खांसी ( Old Cough ) : पुरानी खांसी या फिर सांस की बिमारी होने से बार बार आपके पेट पर दबाव पड़ता है जिससे पेट की व्यवस्था बिगड़ जाती है.