Adi Kailash & Om Parvat Yatra: Uttarakhand Tourism: Kathgodam Update:
उत्तराखण्ड में तेजी से बढ़ रहा तीर्थाटन हर प्रदेशवासी के लिए गर्व की बात है। चारधाम के कपाट खुलने के बाद पूरे देश से श्रद्धालू दर्शन के लिए उत्तराखण्ड पहुंच रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा भी उत्तराखण्ड में तीर्थाटन को बढ़ाने के लिए प्रभावशाली योजनाएं बनाई गई हैं। इसी बीच जिला नैनीताल के काठगोदाम से आदि कैलाश यात्रा और ओम पर्वत यात्रा के लिए पहला दल रवाना हो चुका है। बता दें कि इस दल के रवाना होने के साथ आदि कैलाश और ओम पर्वत के लिए इस वर्ष की यात्रा भी शुरू हो गई है।
काठगोदाम से शुरु हुई इस वर्ष की पहली यात्रा
काठगोदाम से आदि कैलाश और ओम पर्वत के लिए रवाना हुए इस दल में 49 श्रद्धालू हैं। बता दें कि यह दल 8 दिनों कि यात्रा करेगा। इन 8 दिनों में यह दल आदि कैलाश और ओम पर्वत के साथ कुमाऊँ के मंदिरों के भी दर्शन करेगा। आदि कैलाश और ओम पर्वत की पहली यात्रा कर रहे पहले दल को काठगोदाम से महाप्रबंधक विजयनाथ शुक्ल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दल को रवाना करने से पहले सभी श्रद्धालुओं का परंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। महाप्रबंधक ने बताया कि 12 मई को देशभर से 488 लोगों ने इस यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण किया है।
यात्रियों के लिए की गई है विशेष व्यवस्था
प्राचीन पौराणिक मान्यता के कारण कई यात्री आदि कैलाश की यात्रा करते हैं। पिथौरागढ़-चीन बॉर्डर पर स्थित आदि कैलाश पर्वत को देखने के लिए हर वर्ष देश-विदेश के यात्री इस यात्रा से जुड़ते हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष यात्रियों के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। यात्रियों के खाने-पीने से लेकर विश्राम के लिए भी इस बार जगह-जगह पर व्यवस्था की गई है। यात्रियों की सुखद यात्रा और भव्य आध्यात्मिक अनुभव के लिए इस वर्ष व्यवस्थाओं में कई सुधार किए गए हैं। दिल्ली से आई 72 वर्षीय राजकुमारी मेहता ने बताया कि उन्होंने अब तक चारधाम के साथ ही सभी यात्राएं की है और इस बार आदिकैलाश यात्रा को लेकर उनमें बहुत उत्साह है। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बॉडी बिल्डर कविता कुमारी भी इस यात्रा में शामिल है