हल्द्वानी: उत्तराखंड में सड़क दुघर्टनाओं की संख्या धीरे धीरे बढ़ने में लगी हैं। ना जाने कारण क्या है लेकिन आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में हर साल तकरीबन 950 घरों के चिराग बुझ रहे हैं। बीते तीन सालों में करीब 2815 लोग सड़क हादसों के कारण अपनी ज़िन्दगी गंवा चुके हैं। जिनमें सर्वाधिक हादसे देहरादून, उधमसिंह नगर और नैनीताल जिले में घटित हुए हैं। हल्द्वानी से एक और सड़क हादसे की खबर मन को विचलित करने वाली है।
दरअसल कल रात हल्द्वानी रोड पर टांडा जंगल में तेज रफ्तार निजी बस और बोलेरो की भीषण टक्कर हो गई। हादसे में बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। जानकारी के मुताबिक हादसे में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक अभी भी गंभीर रूप से घायल है। बताया जा रहा है कि बाइक सवार को बचाने के चक्कर में इस हादसे ने अंजाम लिया।
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देवलचौड़ स्थित नीलियम कॉलोनी के रहने वाले मोहित अधिकारी, राकेश उर्फ राहुल टाकुली निवासी जगदम्बा नगर साकेत कॉलोनी और चकलुवा निवासी रवीन्द्र जलाल सोमवार की रात बोलेरो द्वारा रुद्रपुर से किसी को छोड़ कर हल्द्वानी आ रहे थे। तभी टांडा जंगल में ओवरटेक कर रहे बाइक सवार को बचाने के चक्कर में विपरीत दिशा से आ रही निजी बस से बोलेरो की भयंकर टक्कर हो गई।
हादसा इतना खतरनाक था कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। जिसके बाद सड़क पर जाम सा लग गया। सूचना मिलने के बाद मौके पार पहुंचते ही पुलिस ने लोगों की मदद से गंभीर युवकों को सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा। जहां चिकित्सकों ने मोहित और राकेश को मृत घोषित कर दिया। जबकि रवीन्द्र को मुखानी के एक प्राइवेट अस्पताल में रेफर कर दिया गया। बता दें कि चर्चित फुटबॉल खिलाड़ी होने के साथ साथ मोहित मुखानी में शिव स्पोर्ट्स नाम से अपनी दुकान भी चलाता था। पूर्व में मोहित के पिता भी सड़क दुर्घटना के शिकार हुए थे। उसका छोटा भाई नेवी में है। ऐसे में घर की सारी ज़िम्मेदारी बड़े भाई मोहित पर ही थी। ख़बर के बाद शहर और परिवार में शोक की लहर है।
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