Chardham yatra 2024: NDRF and ITBP for help:- उत्तराखंड में चारधाम यात्रा और उस से जुड़ें तीर्थ स्थलों में अत्यधिक संख्या में तीर्थयात्रियों के आने और सोशल मीडिया पर अराजकता और खराब व्यवस्था को ले कर वायरल हो रही वीडियो के चलते गृह मंत्रालय ने गुरुवार को यात्रा व्यवस्था की समीक्षा की।
बता दें कि उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 10 मई से दर्शन हेतु खोल दिए गए थे, जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले गए थे। सरकार द्वारा जारी आंकड़ों की माने तो पिछले 14 दिनों में लगभग 9.5 लाख लोगों ने बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत चारों मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं। (Chardham yatra 2024)
चारधाम यात्रा के लिए बढ़ती हुई भीड़ को देखकर उत्तराखंड सरकार ने जिन राज्यों से अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, उनकी लिस्ट तैयार कर उनसे अनुरोध किया है कि वे अपंजीकृत तीर्थ यात्रियों को फिलहाल कुछ वक्त के लिए यात्रा पर न आने दें। चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर भी 31 मई तक रोक लगा दी गई है। (Offline registration Chardham Yatra Uttarakhand)
एनडीआरएफ, आईटीबीपी का मिलेगा सहयोग
चारधाम यात्रा समीक्षा के दौरान केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को चार धाम मंदिरों, यात्रा मार्गों और पड़ाव स्थलों पर तीर्थयात्रियों की दैनिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय गृह सचिव द्वारा राज्य को जरूरत के वक्त भीड़ प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की मदद लेने के लिए भी कहा गया है। बताते चलें कि हाल ही में मंदिरों के आसपास अराजक दृश्य के कई वीडियो वायरल होने लगे थे। इसे देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अधिकारियों को यात्रा व्यवस्थाओं में कमियों का विश्लेषण कर जल्द से जल्द एक रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। (NDRF and ITBP to help during Chardham Yatra)
इस मामले में हाल ही में गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्र को बताया कि 22 मई तक कुल 31,18,926 पंजीकरणों में से 4,86,285 श्रद्धालु यमुनोत्री , 5,54,656 श्रद्धालु गंगोत्री और 10,37,700 श्रद्धालु केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पिछले दो वर्षों की तुलना में यात्रा के पहले 10 दिनों में ही 127 प्रतिशत अधिक तीर्थयात्रियों ने यमुनोत्री के दर्शन किए है, जबकि गंगोत्री जाने वाले भक्तों की संख्या पिछले दो वर्षों की तुलना में 89 प्रतिशत अधिक रही। बात केदारनाथ जाने वाले भक्तों की करी जाए तो संख्या में 156% की वृद्धि देखी गई है, जबकि बद्रीनाथ में 27 प्रतिशत अधिक तीर्थ यात्रियों ने इस साल दर्शन किए हैं। (Uttarakhand pilgrimage)
पंजीकृत यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति दें अन्य राज्य
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि सबसे अधिक संख्या में श्रद्धालु नौ राज्यों – उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और दिल्ली से चारधाम यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी राज्यों के मुख्य सचिवों से यात्रियों को पंजीकरण के बाद ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा में आने की अनुमति देने को कहा गया है। भीड़ प्रबंधन और बेहतर व्यवस्था बनाए रखने के लिए, चार धाम यात्रा के ऑफ़लाइन पंजीकरण पर भी राज्य सरकार द्वारा 31 मई तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। केंद्रीय गृह सचिव ने राज्य सरकार को भविष्य में यात्रा व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए एक समिति गठित करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने जमीनी स्तर पर यात्रा प्रबंधन की कड़ी निगरानी पर विशेष जोर दिया है।