देहरादून: पहाड़ी जिलों को अब हाईटेक बनाने की कवायद शुरू हो गई है। बिजली और सीएनजी से चलने वाली गाड़ियां उत्तराखंड का आने वाला कल हैं। ऐसे में सरकार की ओर से सभी जिला मुख्यालयों में एक सीएनजी पंप ओर एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की तैयारी की जा रही है। खुद परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने इसकी पुष्टि की है। बता दें कि इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
इसमें कोई दोराय नहीं है कि डीजल और पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं। लोग इसके विकल्प खोज रहे हैं। सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है। बता दें कि डीजल और पेट्रोल के 100 रुपए प्रति लीटर मूल्य के सामने सीएनजी की कीमत सिर्फ 77 रुपए प्रति किलो है। चूंकि ये प्राकृतिक गैस, इसलिए इससे विषाक्त पदार्थों के उत्सर्जन भी नहीं होता। जो इसे और भी आकर्षित बनाता है।
इसी कड़ी में अब उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भी सीएनजी और इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाली गाड़ियों के विचार को बल दिया जा रहा है। परिवहन मंत्री ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को सीएनजी और चार्जिंग स्टेशन का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिला मुख्यालयों में एक पंप व स्टेशन बनाने का प्लान है। मंत्री चंदन राम दास ने बताया कि रोडवेज की अधिकतम बसों को सीएनजी में परिवर्तित किया जाएगा।