देहरादून: पेयजल निगम की लापरवाही राजधानी देहरादून के 16 हजार उपभोक्ताओं पर भारी पड़ने वाली है। विभाग की ओर से बिल नहीं बंटने के चलते उपभोक्ताओं को आठ महीने का बिल का एक साथ भुगतान करना चुनौती भरा होगा। जानकारी के अनुसार घरेलू उपभोक्ताओं का बिल चार माह का लगभग 12 सौ रुपये आता है। अब आठ माह का एक साथ बिल भरने में आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। वहीं पेयजल निगम पहली बार बिलों का वितरण करेगा। लिहाजा बिलों का वितरण सही ढंग से होने पर भी संशय है।
यह भी पढ़े:निजी कॉलेजों ने नियम फॉलो नहीं करे तो भुगतने होंगे परिणाम, उत्तराखंड सरकार की सख्ती
यह भी पढ़े:हल्द्वानी: करे कोई, भरे कोई, ऊर्जा निगम की लापरवाही से बाइक पर गिरा बिजली का पोल
जीएम पेयजल निगम, प्रभारी विश्व बैंक परियोजना केके रस्तोगी ने बताया कि बिलिंग की व्यवस्था को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है। बिलों के वितरण के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। जल्द ही कंपनी का चयन पानी के बिलों के वितरण की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। फरवरी में पिछले और नए बिलों का वितरण एक साथ शुरू कराने का प्रयास किया जाएगा।
बता दें कि आरकेडिया और ईस्ट होपटॉउन के कई क्षेत्रों की पेयजल व्यवस्था पहले जल संस्थान के हाथ में थी। यह क्षेत्र अब विश्व बैंक पोषित मेंहूवाला पेयजल क्लस्टर योजना में शामिल किए गए हैं। योजना का निर्माण पेयजल निगम कर रहा है।
यह भी पढ़े:अब सस्ते दामों में होगा कोरोना टेस्ट, महामारी के घटते प्रकोप के बाद उत्तराखंड में आदेश जारी
यह भी पढ़े:बुलंद होगी बेटियों की आवाज़, एक दिन के लिए उत्तराखंड की CM होंगी हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी