देहरादून: पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड लगातार दौड़ रहा है। सरकार भी कोशिशों में जुटी है कि दूसरे राज्य व देशों के सैलानियों को सुविधा देकर उत्तराखंड आने के लिए आकर्षित किया जाए। पिछले कुछ सालों से टिहरी एक खास पहचान बना रहा है। टिहरी बांध का दीदार करने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं।
टिहरी बांध के बाद अब टनल के लिए पहचान बनाने वाला है। यहां 30 किलोमीटर लंबी टनल बनाई जाएगी जो देहरादून से उसे जोड़ेगी। अंडरग्राउंड मोटर रोड टनल के बनने से 105 किलोमीटर से घटकर 25 किलोमीटर रह जाएगी। दिल्ली से टिहरी पहुंचना भी आसान होगा। जो सफर 7 से 8 घंटे का है, वो सिर्फ 3 से 4 घंटे में पूरा होगा। इस सुरंग के दोनों तरफ 7 से 10 किलोमीटर की एप्रोच रोड भी प्रोजेक्ट का हिस्सा होगी।
केंद्र सरकार की एजेंसी एनएचएआई ने प्रस्तावित सुरंग के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट यानी डीपीआर बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। यह अंडरग्राउंड मोटर रोड टनल एशिया ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे लंबी ऐसी सुरंग होगी। मौजूदा वक्त में नॉर्वे में स्थित लाएर्डल टनल 24.5 किलोमीटर लंबी है। इस मामले में उत्तराखंड टिहरी एक नया कीर्तिमान स्थापित कर लेगा। सैलानी कम वक्त में टिहरी पहुंच पाएंगे। वह वॉटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर टूरिज्म का आनन्द उठा सकेंगे। सबसे खासबात ये उत्तराखंड की रोड कनेक्टिविटी को नई पहचान देगा।
बताया जा रहा है कि देहरादून से टिहरी के बीच प्रस्तावित टनल राजपुर रोड से टिहरी झील से लगे एरिया कोटी कॉलोनी तक बनेगी। इसके बनने से दून से टिहरी का सफर महज एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे। इस दौरान उन्होंने टनल बनाने का आग्रह किया था। केंद्र की हरी झंडी मिलते ही प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। सीएम धामी ने इस प्रोजेक्ट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया है।