देहरादून: डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि चीता पुलिस कर्मी अब बॉडी ऑन कैमरा, मल्टीपल बेल्ट और शॉर्ट रेंज वेपन से लैस होंगे। इसकी शुरुआत देहरादून जिले के 150 पुलिस कर्मियों के साथ की जाएगी। प्रथम चरण में देहरादून के 120 पुरूष और 30 महिला सिपाहियों को सभी उपकरणों के साथ एक माह का प्रशिक्षण कराया जाएगा।
इसके बाद प्रशिक्षित चीता पुलिस का रोटेशन के अनुसार तीन माह का ड्यूटी चार्ट बनाकर ड्यूटी लगायी जाएगी। इस दौरान घटनास्थल पर पहुंचने का समय, कार्य क्षमता के साथ-साथ आम जनमानस से व्यवहार का भी आंकलन किया जाएगा। इसी आधार पर आगे रोटेशन बनाया जाएगा।
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अशोक कुमार ने बताया चीता पुलिस में तैनाती अधिकतम तीन महीने के लिए ही होगी। सड़क दुर्घटना, इमरजेंसी जैसे हालात में डायल 112 पर आने वाली सूचनाओं पर काम करने के लिए प्रत्येक थाने में चीता पुलिस की तैनाती रहती है।
आम लोगों की शिकायत, सड़क दुर्घटना सहित किसी भी आपात स्थिति में सबसे पहले चीता पुलिस ही मौके पर पहुंचती है। इसलिए चीता पुलिस को और मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा अत्याधुनिक उपकरणों से पुलिस की न सिर्फ दक्षता बढ़ेगी बल्कि समय प्रबंधन भी ठीक हो सकेगा।
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