नैनीताल: जिले में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने आईआरटी (इंसीडेन्ट रिस्पाॅन्स टीम) व स्वास्थ्य टीमों को को सक्रिय हो कर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि सभी आईआरटी टीमें अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच टीमों, होम आईसोलेशन टीमों की माॅनिटरिंग करें तथा उनके साथ वार्ता कर उनको आ रही सम्स्याओं का भी निदान करें ताकि वे प्रोत्सहित हो कर कार्य करें। जिलाधिकारी बंसल ने आईआरटी व स्वास्थ्य विभाग की अधिकारियों की बैठक ली और कहा कि वे जिन क्षेत्रों, वार्डो अथवा कॉलोनी में कोविड पाॅजेटिव केस मिल रहें उन्हे कन्टेटमेन्ट जोन बनाये तथा वहां के शतप्रतिशत लोग की सैम्पलिंग की जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में संचालित कोविड केयर सेन्टरों का निरीक्षण कर वहां की सफाई, भोजन, पेयजल, सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे आदि के साथ ही वहां तैनात स्वास्थ्य टीम एवं सैक्टर मजिस्ट्रेट से वार्ता कर व्यवस्थाएं कराना सुनिश्चित करें। होम आईसोलेशन मरीजों के घर-घर जा कर स्वास्थ्य टीमें जांच करे तथा उन्हें स्वास्थ्य किट समय पर उपलब्ध कराई जाएं। होम आईलोसशन मरीजों की फोन काॅल के माध्यम से भी जानकारियां ली जाये तथा उन्हे स्वास्थ्य सलाह भी दी जाये। उन्होने कहा कि सभी सीसीसी व चिकित्सालयों में एंम्बुलेन्स अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिये, ताकि किसी भी मरीज का दिन अथवा रात में फोन आने पर उसे तुरन्त स्वास्थ्य उपचार हेतु चिकित्सालय तक लाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोमवार को निजी व सरकारी लैब से कुल 13414 सैंपल की रिपोर्ट मिली, जिनमें 12837 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव व 577 की रिपोर्ट पॉजिटिव है। सबसे ज्यादा मामले देहरादून जिले में आए हैं। यहां 164 लोग में कोरोना की पुष्टि हुई है। नैनीताल में 88 व पौड़ी गढ़वाल में 80 लोग संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा हरिद्वार व चमोली में 39-39, ऊधमसिंह नगर, उत्तरकाशी व अल्मोड़ा में 28-28, पिथौरागढ़ में 25, टिहरी गढ़वाल में 24, बागेश्वर में 16, रुद्रप्रयाग में 11 व चंपावत में सात नए मामले आए हैं। अभी तक प्रदेश में 83006 लोग संक्रमित हुए हैं। जिनमें 74525 स्वस्थ हो गए हैं। वर्तमान में 6144 एक्टिव केस हैं, जबकि 976 मरीज राज्य से बाहर चले गए हैं। दिसंबर माह में ही अभी तक 8211 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस हिसाब से हर दिन प्रदेश में पौने छह सौ से ज्यादा नए मामले आए हैं। यही नहीं, कोरोना मृत्यु दर में भी गिरावट नहीं आ रही है। उल्टा कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।