हल्द्वानी: गले में टॉन्सिल होना एक ऐसी बीमारी होती है जिसके कारण गले में दर्द और सूजन के साथ साथ आपका खाना पीना भी दुश्वार हो जाता है। टॉन्सिल की बीमारी कई बार इतना भयानक रूप लेे लेती है कि मरीज हो ऑपरेशन तक कराना पड़ जाता है। वायरल इन्फेक्शन (कॉमन कोल्ड), न्यूमोनिया, इन्फ्लुएंजा, बहुत ज्यादा ठण्डा खाने या पीने (आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक) के कारण भी गले में टॉन्सिल की परेशानी हो जाती है।
लक्षणों में गले में तेज दर्द होना तथा कुछ भी निगलने में कठिनाई होना, कान के निचले भाग में भी दर्द रहना, जबड़ों के निचले हिस्से में सूजन, गले में खराश महसूस होना, एवं मुंह से बदबू आना, अत्यधिक कमजोरी, थकान और चिड़चिड़ापन होना, छोटे बच्चों में सांस लेने में तकलीफ, एवं लार टपकाना जैसी दिक्कतें शामिल हैं।
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साहस होम्योपैथिक हल्द्वानी पिछले कई सालों से शहर और आस पास के इलाके के लोगों का इलाज होम्योपैथिक दवाइयों की मदद से कर रहा है। दूर दराज से आने वाले मरीजों के साथ, क्लिनिक में स्थानीय मरीजों की भी कमी नहीं है। अनेकों बीमारियों से मुक्ति पाने के लिए लोग साहस होम्योपथिक हल्द्वानी के चिकित्सक नवीन चन्द्र पांडे के पास आते रहते हैं।
डॉ एन सी पांडे बताते हैं कि गले में टॉन्सिल होना शुरुआत में तो सामान्य है नगर यह गंभीर रूप भी लेे सकता है। उन्होंने बताया कि टॉन्सिल होने के कारण गले में दर्द और सूजन होना लाजमी है। गले में टॉन्सिल हैं तो खट्टी चीज़ों और ठंडे खान पान से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि ख़ास कर सर्दी के मौसम में ठंडी चीजों जैसे आइसक्रीम आदि से बचना जरूरी है।
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डॉ. नवीन चन्द्र पांडे ने कुछ दवाइयां भी एक वीडियो द्वारा आमजन से साझा की हैं। इसके अलावा आपको भी अगर गले में टॉन्सिल की दिक्कत है और इसके कारण आपको दर्द है जिसके वजह से आप खाना पीना सही से नहीं कर पा रहे हैं।
तो निश्चिंत हो जाइए क्योंकि अब आपको हल्द्वानी साहस होम्योपैथिक में डॉ. पांडे द्वारा बेहतर इलाज मिल सकता है। आप क्लिनिक आइए और डॉ. एन सी पांडे से रूबरू हो कर बीमारी को दूर भगाईये।
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