हल्द्वानी: उत्तराखंड़ लोक सेवा आयोग की उत्तराखंड़ सम्मिलित राज्य सिविल प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2012 में हल्द्वानी को एक बड़ी कामयाबी मिली है। ये कामयाबी शहर की बेटी दीपशिखा अग्रवाल दिलाई है जिससे पूरा शहर गौरवान्वित महसूस कर रहा है। दीपशिखा अग्रवाल ने पुलिस उपाधीक्षक पद पर 10वीं रैंक हासिल की। बता दे कि उत्तराखंड सम्मिलित राज्य सिविल अवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2012 की परीक्षा के लिए अधिसूचना 4 सितंबर 2014 को जारी हुई थी। 30 नवंबर 2015 को प्री परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा से उत्तीर्ण हुए 2150 अभ्यर्थियों ने 31 जनवरी से 3 फरवरी 2016 के बीच मुख्य परीक्षा में हिस्सा लिया।परीक्षा नियंत्रक पीयू डंडरियाल ने बताया कि 576 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया था। साक्षात्कार की प्रकिया 18 मई से 20 जून तक चली है। एसडीएम के कुल सोलह पदों से पंद्रह का परिणाम जारी किया है, जबकि एक का परिणाम राज्य आंदोलनकारी के लिए रोका है। डिप्टी एसपी के 21 पदों में से 20 का परिणाम जारी किया है, जबकि एक का रोका गया है। समाज कल्याण अधिकारी के छह, एआरटीओ के पांच, जिला पंचायत राज कार्य अधिकारी के छह पदों का परिणाम जारी किया है।
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दीपशिखा अग्रवाल हल्द्वानी नैनीताल रोड की रहने वाली है। उनके पिता सुदीप अग्रवाल और माँ स्वाति अग्रवाल ने बताया कि उनकी बेटी को बचपन से ही समाज के लिए कुछ करना था और उसने ये रास्ता तय करने का फैसला किया। दीपशिखा देश की पहली महिला आईपीएस और वर्तमान में पांडुचेरी की राज्यपाल किरन बेदी को अपना आदर्श मानती है और उन्ही को देखती हुई अपने लक्ष्य की ओर बढ़ी। दीपशिखा ने अपने सफलता का श्रेय अपने पूरे परिवार को दिया है उन्होंने कहा कि परिवार के सहयोग के बिना इस मुकाम पर पहुंच पाना मुमकिन नहीं था।
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दीपशिखा के परिवार ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि बेटी बचपन से ही पढ़ाई में मेधावी थी। 2007 में 12वीं की पढाई डीपीएस आर. के. पुरम से करने के बाद दीपशिखा ने 2010 में दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से बीकॉम ऑनर्स की पढाई की। दीपशिखा ने ग्रेजुएशन के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। जीत आईएएस के माध्यम से अपनी कोंचिग जारी रखी।दीपशिखा ने कहा कि पुलिस में अपनी सेवा के माध्यम से उनका लक्ष्य समाज में महिलाओं , बच्चों की सुरक्षा के साथ ही कानून व्यवस्था को भी सहज सरल बनाने पर रहेगा। दीपशिखा ने बढते अपराधों के बीच पुलिस में कम एफआईआर दर्ज होने पर भी चिन्ता जताई। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि समाज में पुलिस के प्रति आम लोगों का विश्वास अधिक से अधिक बने जिससे बेहतर पुलिसिंग में मदद मिल सके।