हल्द्वानी: शहर की फेमस पेंटर कुसुम पांडे को दिल्ली स्थित अकादमी से बुलावा आया है। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दिल्ली में पेंटिंग कैंप में भाग करने के लिए चुना गया है। कोरोना काल में कलाकारों के लिए इंटरनेशनल आर्ट फेस्टिवल करवाने वाली कुसुम पांडे को चयन हल्द्वानी की महिलाओं के लिए प्रेरणादायक विषय है।
कुसुम पांडे हल्द्वानी गौजाजाली की रहने वाली हैं और वह अपनी पेंटिंग की कला के लिए प्रसिद्ध हैं। कुसुम को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दिल्ली स्थित विख्यात ललित कला अकादमी की ओर से पेटिंग कैंप के लिए चुना गया है।
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खुद ललित कला अकादमी दिल्ली की प्रोफेसर गायत्री माथुर ने कुसुम पांडे को पत्र लिख यह जानकारी दी है। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाली वाला कैंप पांच से सात मार्च तक चलेगा। इसी के लिए कुसुम पांडे का चयन हुआ है। हल्द्वानी निवासी कुसुम पांडे खुद तो आर्टिस्ट हैं ही, साथ ही उनके जीवनसाथी मनोज पांडे भी कलाकार हैं। मनोज पांडे पेशे से ड्रमर हैं तो कुसुम पांडे इंटरनेशनल व नेशनल लेवल की पेंटर हैं। दोनों हल्द्वानी में रंगीत आर्ट सेटर चलाते हैं जो उत्तराखंड का पहला प्रिंट मेकिंग स्टूडियो है, जहां विद्यार्थी कला और संगीत में ट्रेनिंग लेते हैं।
कुसुम और मनोज हमेशा से कलाकारों के लिए बेहतर प्रयास करने में जुटे रहते हैं। पिछले साल कोरोना काल के बीच जुलाई में दोनों ने इंटरनेशनल ART फेस्टिवल का आयोजन किया, जिसमें सैंकड़ों कलाकरों ने भाग लिया। इसमें भारत ही नहीं ऑस्ट्रेलिया, चीन, यूके और बांग्लादेश के कलाकर भी शामिल थे। उनकी सोच थी कि इन कलाकरों की जिंदगी से विद्यार्थी सीखे और अपना करियर भी इस दिशा में बनाने का प्रयास करें। बहरहाल अब दिल्ली से कुसुम मे लिए यह खबर हल्द्वानी के लिए भी मोटिवेशन की बात है।
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