हल्द्वानी: शहर के पीयूष वर्मा ने पूरे उत्तराखंड का नाम एक बार दोबारा रौशन किया है। उन्हें फोर्ब्स इंडिया 30 अंडर 30 में जगह मिली है। बता दें कि इस सूची में पीयूष के साथ क्रिकेटर शुगमन गिल भी शामिल हैं। परिवार के साथ साथ हल्द्वानी वासी और राज्य के सभी लोग इस खबर से बेहद खुश हैं।
आपको याद होगा कि 2018 में हल्द्वानी के पीयूष वर्मा का चयन दुनिया की सबसे बड़ी शोध संस्थान MIT यूनाइडेट स्टेट्स (Massachusetts Institute of Technology) में हुआ था। जहां से उन्होंने एमआईटी (मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी) बोस्टन अमेरिका से वास्तुकला में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। अब पीयूष अपनी कंपनी मानुष लैब्स के माध्यम से भारत के कोने कोने में नए आविष्कारकों, बिजनेसमैन, इन्वेंसटर्स और प्रोफेसरों को एक प्लेटफार्म पर लेकर आ रहे हैं।
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उन्होंने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की। पीयूष को आईआईटी की पढ़ाई के लिए टाटा फेलोशिप मिल चुकी है। वह शोध कार्य के लिए आस्ट्रेलिया, चीन, सिंगापुर जैसे कई देशों में जा चुके हैं। बता दें कि फोर्ब्स इंडिया 30 अंडर 30 में हर साल भारत के 30 साल से कम उम्र के 30 प्रतिभाशाली लोग चुने जाते हैं। जिसमें हल्द्वानी के पीयूष वर्मा का चुना जाना वाकई एक गर्व की बात है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता आशा वर्मा, बहन और गुरुजनों को दिया है।
पीयूष को वास्तु कला व डिजाइन के क्षेत्र में नेशनल और इंटरनेशनल पुरस्कार मिल चुके हैं। साल 2013 में पीयूष वर्मा तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। पीयूष आगे समाज के लिए वास्तुकला व डिजाइन के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। पीयूष की माता आशा वर्मा अध्यापिका हैं वहीं बहन पूजा वर्तमान में कनाडा में कार्य कर रही है।
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