हल्द्वानी शहर धीरे-धीरे शिक्षा हब के रूप में पहचान बना रहा है। तमाम कॉलेज और कोचिंग संस्थान शहर में खुल रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों के युवा शहर में शिक्षा ग्रहण करने के लिए पहुंचते हैं। हल्द्वानी गौलापार में एक साल पहले देश के विख्यात पेरामेडिकल साइंस कॉलेज DPMI INSTITUTE काठगोदाम की स्थापना हुई थी। कुछ ही वक्त में DPMI INSTITUTE काठगोदाम ने अपनी पहचान स्थापित की है। पेरामेडिकल की पढ़ाई के लिए पहाड़ी क्षेत्रों से बच्चों को अन्य राज्यों की तरफ रूख करना पड़ता था लेकिन अब वह अपने ही राज्य में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
DPMI गौलापार में मेडिकल लैब टेक्नीशियन, ऑप्टोमेट्रिस्ट, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन,डेंटल लैब टेक्नीशियन, ब्लड बैंक टेक्नीशियन,कार्डियक केयर टेक्नीशियन और रेडियोलॉजी टेक्नीशियन जैसे डिप्लोमा कोर्स मौजूद हैं। संस्थान की कोशिश रहती है कि विद्यार्थियों को कोर्स के दौरान प्रैक्टिकल ट्रेनिंग की जाए।
प्रबंधक डॉक्टर प्रकाश मेहरा ने सबसे पहले इंटरमीडिएट पास करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बच्चों ने धैर्य का परिचय दिया जो बताता है कि हमारा देश का भविष्य उज्जवल है। परेशानियां हर वक्त आती है लेकिन आगे बढ़ने के लिए उसे पार करना जरूरी है। DPMI की शुरुआत भी ऐसा ही हुई थी। पर्वतीय क्षेत्र के बच्चों को बाहर जाना पड़ता था लेकिन अब माहौल बदल रहा है। बच्चे राज्य में ही शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और अपने घर में ही सेवा भी दे रहे हैं। उत्तराखंड में मेडिकल सुविधाओं को बदलना है तो उसे युवाओं को इस क्षेत्र में जुड़ा बेहद जरूरी है।
नए सत्र 2020-2021 के लिए DPMI में प्रवेश शुरू हो गए हैं। इसके लिए विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए https://dpmikathgodam.com/ और +91 79066 41520 पर संपर्क किया जा सकता है। कोई भी विद्यार्थी जिसनें इंटर बायो या गणित के साथ किया हो वह इस कोर्स के लिए अप्लाई कर सकता है। कॉलेज की ओर से कोर्स के दौरान ही विद्यार्थियों को हॉस्पिटल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। कोर्स पूरा होने के बाद उनके पास देश के बड़े मेडिकल संस्थानों में काम करने का अवसर भी रहेगा।