हल्द्वानीः शहर के सबसे विख्यात अस्पताल एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। स्वास्थ्य का अधिकार जनता का सबसे पहला अधिकार होता है। लेकिन शहर में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव के चलते रोजाना कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। शहर में बीते कुछ दिनों से स्वास्थ्य सेवाऐं चरमरा चूंकी है। वहीं शहर के विख्यात सुशीला तिवारी अस्पताल के कोविड 19 अस्पताल बनने के बाद से सामान्य मरीजों की खून समेत अन्य जांचें बंद हो गई है। मरीजों को बाहर से महंगी कीमतों पर जांचे करवानी पड़ रही है।
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बता दें कि सुशीला तिवारी में ओपीडी में रोजाना 1800 से 2000 मरीज आते हैं। आईपीडी में भई 350 से 450 मरीज भर्ती रहते हैं। मेडिसन, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, एलएनसीयू, टीबी और श्वास रोग विभाग, कैंसर इंस्टीट्यूट के साथ अन्य विभाग भी ठप पड़े हैं। वहीं बेस अस्पताल में ज्यादा सुविधा नहीं होने के कारण और साथ ही वहां की जांच दरें सुशीला तिवारी से ज्यादा है। ऐसे में मरीजों को निजी पैथौलॉजी और डाय्गनोस्टिक सेंटर में महंगी कीमतों पर जांच करानी पड़ रही है। कोरोना के वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति वैसे ही कमजोर हो गई है। और ऊपर से सुशीला तिवारी में जांच न होने के चलते उनको कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।इस संबध में डीएम सविन बंसल का कहना है कि जांचों के संबंध में विचार किया जाएगा।