हल्द्वानीः कोरोना के चलते रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया गया। लेकिन दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों का राज्य वापस लाने के लिए रोडवेज कर्मचारियों ने दिन-रात एक कर दी। रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी जान की परवार न करते हुए दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड के प्रवासियों को अपने-अपने घर पहुंचाया। लेकिन रोडवेज कर्मचारियों की महनत को शायद ही सरकार ने समझा। तीन महीने से वेतन न मिलने से नाराज उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन से जुड़े कर्मचारियों ने रविवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने आंख और हाथ पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। कर्मचारियों ने कहा की अगर जल्द ही उन्हे वेतन नही मिला तो पूरे राज्य में आदोलन किया जाएगा।
बता दें कि उत्तराचंल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने रविवार को काठगोदाम डिपो परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै का कहना है कि रोडवेज कर्मचारियों ने पूरे राज्य में कोरोना वॉरियर्स की तरह अपनी ड्यूटी निभाई। लेकिन सरकार को उनकी ये महनत दिखाई ही नही दे रही है। इसके चलते हम प्रदर्शन कर रहे हैं। वेतन न मिलने के वजह से कर्मचारियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। काठगोदाम शाखा मंत्री मनोज भट्ट, कैलाश कांडपाल का कहना है कि विभागीय पदोन्नति प्रक्रिया तुरंत शुरू की जानी चाहिए। कई कर्मचारी बिना प्रमोशन के ही सेवानिवृत हो रहे हैं। रिटायर कर्मचारियों को लंबित देयकों का भुगतान करने की मांग की। कर्मचारियों के वेतन से एलआईसी, ईपीएफ का रुपया लगातार काटा जा रहा है। लेकिन जनवरी के महीने से ईपीएफ, अलआईसी जमा नही हुई है।