हरिद्वार: हालात चिंताजनक हैं। माहौल सोचने पर मजबूर कर रहा है। पूरे प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है। इधर आईआईटी रुड़की में फिर से कोरोना ने खलबली मचा दी है। संस्थान में 35 नए संक्रमित निकले हैं।
गुरुवार को उत्तराखंड में अब तक के सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले सामने आए। 2220 पॉजिटिव केस के साथ इस आंकड़े ने सारे रिकॉर्ड तोड़ कर रख दिए। लगातार शिक्षण संस्थानों में भी मामले बढ़ते जा रहे हैं।
आईआईटी रुड़की को तो जैसा कोरोना ने अपना अड्डा बना लिया है। यहां कोविड-19 का खतरा कुछ ज़्यादा बढ़ चढ़ कर दिखाई दे रहा है। पहले बीते दिन संस्थान के क्वारंटाइन सेंटर में ठहरे छात्र की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। अब 35 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
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स्वास्थ्य विभाग में भी लगातार चिंता बढ़ती जा रही है। विभाग के आंकड़ों की मानें तो गुरुवार को रुड़की में 175 कोरोना के केस आए जिसमें से सर्वाधिक 35 आईआईटी और 41 मंगलौर व नारसन के मामले हैं। सीएमएस डॉ. संजय कंसल के अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर या होम आइसोलेट किया जा रहा है। साथ ही सैंपलिंग भी बढ़ाई जा रही है।
इधर, एमटेक के छात्र चंडीगढ़ निवासी प्रेम सिंह की मौत के बाद घरवालों ने पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया। कोतवाली प्रभारी राजेश साह ने बताया कि मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। इसके लिए उन्होंने डीएम से अनुमति ली थी। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
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