Parking: Haldwani: Nainital: सरोवर नगरी में बढ़ते पर्यटक वाहनों के दबाव के कारण पार्किंग निर्माण प्रोजेक्टों की जरूरत महसूस हो रही है, लेकिन ये समाधान जाम की समस्या का स्थायी हल नहीं प्रदान कर पा रहे हैं।
पार्किंग प्रोजेक्ट पर काम जारी
शहर के प्रमुख क्षेत्रों जैसे मेट्रोपोल, नेशनल होटल के पास मैकेनाइज्ड पार्किंग और रुसी में अस्थाई पार्किंग की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। इन पार्किंग परियोजनाओं के पूरा होने के बाद शहर में पार्किंग के लिए खाली स्थान नहीं बच पाएंगे।
शटल सेवा की योजना
पर्यटकों के वाहनों के बढ़ते दबाव को नियंत्रित करने के लिए अब हल्द्वानी में ही पर्यटक वाहनों को रोका जाएगा और शटल सेवा के जरिए शहर तक लाया जाएगा। इस योजना के तहत जिला प्रशासन ने रानीबाग और काठगोदाम क्षेत्र में भूमि चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वर्तमान पार्किंग की स्थिति
शहर में वर्तमान में डीएसए, मेट्रोपोल और सूखाताल पार्किंग की क्षमता पूरी होने के बाद पर्यटक वाहनों को रुसी बाईपास पर रोक दिया जाता है, जहां से शटल सेवा से उन्हें शहर लाया जाता है। हालांकि, नैनीताल और कैंची धाम जाने वाले पर्यटकों के बढ़ते वाहनों के दबाव के कारण एंट्री प्वाइंट पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं।
भविष्य में पार्किंग क्षमता में विस्तार
शहर में पार्किंग की वर्तमान स्थिति में सुधार के लिए ढाई हजार वाहनों के पार्किंग की क्षमता को बढ़ाने के लिए चार पार्किंग प्रोजेक्ट पर काम किया जाना है। डीएम वंदना सिंह ने बताया कि भविष्य में पर्यटक वाहनों का दबाव और अधिक बढ़ सकता है। इसके चलते रानीबाग और काठगोदाम क्षेत्र में पार्किंग की योजना बनाई जा रही है, जहां से शटल सेवा के जरिए पर्यटकों को नैनीताल और कैंची धाम भेजा जाएगा।
नए पार्किंग प्रोजेक्ट्स की योजना
वर्तमान पार्किंग और होटलों के भीतर लगभग चार हजार वाहनों को पार्क करने की क्षमता है, लेकिन भविष्य में पार्किंग की क्षमता को और बढ़ाने के लिए चार नए पार्किंग प्रोजेक्ट्स पर कार्य किया जाएगा। इन प्रोजेक्ट्स के तहत मेट्रोपोल में करीब नौ सौ, रुसी बाईपास में नौ सौ और हल्द्वानी रोड पर स्थित कोयला टाल भूमि पर मैकेनाइज्ड पार्किंग निर्माण किए जाने हैं।