रानीखेत: थायराइड के कारण देश में हजारों लोग ग्रस्त है। किसी को मोटापा है तो कोई दुबलेपन का शिकार है। रानीखेत स्थित जनसेवा क्लीनीक के डॉक्टर सहज जोशी इस विषय में टिप्स दे रहे है। रोगियों को लेकर ज्यादा जानकारी लेनी है तो वो उनके मोबाइल नंबर 9411363636 पर संपर्क कर सकते हैं।
थायराइड गर्दन में तितली के आकार की एक ग्रंथि है। यह ग्रांथि टी-3 व टी-4 हार्मोंस के जरिए शरीर के मेटाबॉलिज्म को ठीक रखते हुए हमें कई रोगों से बचाती है।
थायराइड ग्रांथि के काम-हमारे शरीर में हार्मोंस की खास भूमिका होती है, थायराइड ग्रांथि से टी-3 व टी-4 हार्मोंस अन्य इसुलिन और कोर्टिसोल हार्मोन से मिलकर हमारे मेटाबॉलिज्म व वजन को ठीक रखती है।
इसके अन्य काम भी हैं जैसे की
- शरीर का तापमान ठीक रखना.
- दिमाग की प्रक्रिया को सही रखना.
- भोजन को उर्जा में बदलने वाले पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखना.
थायराइड के प्रकार
- हाइपोथायरायडिज्म: थायराइड ग्रांथि सुस्त हो जाती है जिस कारण से टी-3 और टी-14 शरीर में ठीक से नहीं पहुंच पाते हैं, और मेटाबॉलिज्म के धीरे होने के कारण वजन बढ़ने लगता है।
- हाइपरथाइरॉयडिज़्म: इसमें थायराइड ग्रांथि तेजी से काम करने लगती है और वजन कम होने लगता है।
महिलाओं में होते है अधिक मामले:
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड के मामले 5 से 8 गुणा अधिक होते हैं, इसका कारण एस्ट्रोजन हार्मोन बताया जाता है।
थायराइड के लक्षण
- वजन बढ़ना
- हमेशा थकान महसूस करना
- ठंड ज्यादा लगना
- भूख कम लगने के बाद भी वजन बढ़ना
- कब्ज और जोड़ो में दर्द होने के अलावा बालो और त्वचा का रुखा होना
- बाल झड़ना
- अनियमित माहवारी
- मांसपेशियों में कमजोरी व अनिदा
- एकाग्रता में कमी, याददाशत कम होना
- उदासीना
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