चंपावत: हमारा भारत हमारी देवभूमि देवों और प्रेम की भूमि है। यही कारण है कि यहां से निकलकर देश का नाम रोशन करने वाले युवा कभी भी प्रेम के मूल भाव को नहीं भूलते। इसी क्रम में लड़कियां और भी ज्यादा आगे रहती हैं। अब इंटरनेट पर चंपावत जिले की मेजर डॉक्टर बीना तिवारी लगातार वायरल हो रही हैं, जो तुर्की में भारत द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन दोस्त” के जरिए खुशियां बांटने का काम कर रही हैं।
दरअसल बीते दिनों तुर्की में भयानक भूकंप आया था, जिसमें कई लोगों की जान भी गई। भारत सरकार ने तुर्की की मदद करने का फैसला किया था। जिसके बाद भारतीय सेना द्वारा वहां “ऑपरेशन दोस्त” नाम से अभियान की शुरुआत की गई। अब सोशल मीडिया पर लगातार तुर्की से कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें एक युवती 13 साल की मासूम बच्ची और उसकी मां का इलाज करते हुए दिखाई दे रही है।
यह युवती और कोई नहीं बल्कि पहाड़ की बेटी है। मिली जानकारी के अनुसार मेजर डॉक्टर बीना तिवारी इन दिनों तुर्की में भारतीय सेना की तरफ से गई हुई हैं। बीना सैनी परिवार से ताल्लुक रखती हैं और मूल रूप से चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र के सुई खैसकांडे गांव को रहने वाली हैं। हालांकि, वर्तमान की बात करें तो उनका परिवार देहरादून की राघव विहार कॉलोनी में निवास करता है।
बीना के दादा खिलानंद तिवारी कुमाऊं रेजिमेंट में सूबेदार रह चुके हैं। जबकि उनके पिता मोहन चंद्र तिवारी ने 16 कुमाऊँ रेजीमेंट में सूबेदार मेजर के पद पर अपनी सेवाएं दी हैं। अब वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं। गौरतलब है कि भारत सरकार ने तुर्की में एक राहत दल भेजा था, जिसमें बीना को बतौर डॉक्टर सम्मिलित किया गया। बीना इस समय 16 पैराफील्ड रेजिमेंट के सैन्य अस्पताल में कार्यरत हैं। बीना ने इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली से एमबीबीएस किया है।
बता दें कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल क्लेमेंटाउन से हुई है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बीना 13 साल की मासूम बच्ची नसरीन और उसकी मां का इलाज करते हुए दिखे हैं। नसरीन, जिसे कुछ चोटें आई हैं उसने भीषण आपदा में अपने परिवार के कई सदस्यों को भी खो दिया है। बीना का कहना है कि उन्हें तुर्की की भाषा समझ नहीं आती मगर भावनाएं समझ आती हैं, इसलिए इलाज करने में दिक्कत नहीं हो रही है।